जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस ने भाजपा के विधायकों की बाड़ेबंदी के बीच राज्ससभा की तीन सीटों पर चार उम्मीदवारों के भाग्य का कल हाेगा।
संख्या बल के हिसाब से कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल और नीरज डांगी, दूसरी ओर भाजपा के राजेंद्र गहलोत की जीत तय मानी जा रही है। भाजपा के दूसरे उम्मीदवार ओंकार सिंह लखावत अपनी पार्टी के साथ अन्य दलों के मतों पर निर्भर हैं।
राज्यसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही कांग्रेस ने चुनाव की तैयारी करक बाड़ेबंदी शुरु कर दी थी। पार्टी के सभी विधायकों को पंच सितारा होटल में ठहराया गया है। उनके साथ निर्दलीय एवं बीटीपी के दो विधायक और कांग्रेस में आये बसपा के चार विधायक भी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा पार्टी के प्रभारी अविनाश पांडे विधायकों से व्यक्तिगत मिल रहे हैं, तथा उनकी समस्याओं को भी दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। काफी दिनों से नाराज चल रहे खाद्य मंत्री रमेश मीणा को भी उस होटल में बुला लिया गया है। कांग्रेस उम्मीदवारों के समर्थन में 125 विधायक बताये जा रहे हैं।
इन सभी वििधायकों को कल बसों के जरिए सुबह विधानसभा लाया जायेगा, मुख्यमंत्री अशोक गहलाेत भी उनके साथ आयेंगे। सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी की कांग्रस के विधायकों की खरीद फरोखत की शिकायत पर अभी काेई मामला सामने नहीं आया है। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने भी कांग्रेस पर अपने विधायकों को ललचाने का आरोप लगाया है, लेकिन पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई।
कांगेस के बाद भाजपा ने अपने विधायकों की बाड़ेबंदी शुरु करते हुए सभी विधायकों को एक पंच सितारा होटल में बुलाया है जहां तीन दिन से उन्हें मतदान की प्रक्रिया समझाई जा रही है। पार्टी ने प्रथम वरीरयता के मत राजेंद्र गहलोत के पक्ष में करने के निर्देश दिए हैं, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां कांग्रेस पर बसपा विधायकों की खरीद फरोख्त करने का आरोप पहले ही लगा चुके हैं। मतदान के बाद शाम को ही चुनाव परिणाम सामने आ जाएगा।