अजमेर। श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ पर रविवारीय मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होने से भगदड जैसे हालात बन गए। धाम पर शनिवार से ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हुआ जो रविवार शाम तक जारी रहा।
प्रवक्ता अविनाश सेन ने बताया कि शनिवारीय-रविवारीय मेले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होने के कारण भगदड़ जैसे हालात बन गए। श्रद्धालुओं की संख्या लगभग 50000 के आकडे को भी पार कर गई। शनिवार रात में मंदिर परिसर के बाहर पांडाल से करीब एक किलोमीटर दूर तक श्रद्धालुओं का रैला होने से भगदड़ मच गई।
सुरक्षा एवं शान्ति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पर्याप्त पुलिस बल ना होने से भीड़ बेकाबू हुई और भगदड़ गच गई। भगदड की सूचना मिलते ही नसीराबाद के पूर्व विधायक रामनारायण गुर्जर व अन्य जनप्रतिनिधियों ने शनिवार रात ही मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने खुद जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करवाया लेकिन प्रशासन ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई।
रविवारीय मेले में भारी भीड़ कीे सूचना पर नसीराबाद तहसीलदार धाम पर पहुंचे। रविवार को मंदिर परिसर में भगदड़ मचते ही मौके पर मौजूद भैरव भक्त मण्डल के सदस्यों व ग्रामीणों ने आनन फानन में भीड़ को कंट्रोल किया।
गौरतलब है कि राजगढ मसाणिया भैरव धाम पर हर रविवार को लगने वाले मेले में श्रद्धालुओं की संख्या हजारों में होती है। भीड के कारण भगदड मच जाती है। इस बार भी राजगढ़ मसाणिया भैरव धाम से तीन किलोमीटर पहले नाहरपुरा गांव तक जाम लगा हुआ था।
रविवार को धाम पर व्यवस्था संभालने के लिए ठिकाना राजगढ के प्रेम सिंह गौेड़, व्यवस्थापक ओमप्रकाश सेन, रमेश सेन, अविनाश सेन, राहुल सेन, मुकेश सेन, राजकुमार चावडा, विजय सिंह रावत, सुनील मेहता, विनय, श्याम शर्मा, कैलाश सेन, कमल शर्मा, पदम जैन, कुलदीप, सलीम, पुनित, धर्मेन्द्र, महेन्द्र रावत, मनीष केकडी आदि मौजूद रहे।