लखनऊ। प्रवासी श्रमिकों के लिये बसों को लेकर बुधवार को लगातार पांचवें दिन कांग्रेस और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी रहा।
दोनों ही दलों के नेताओं ने एक दूसरे पर राजनीति करने का आरोप लगाया वहीं बसों को प्रवेश की इजाजत नहीं मिलने के बाद राजस्थान सरकार द्वारा यूपी बार्डर पर खड़ी बसें वापस हो गई जबकि आगरा में गिरफ्तार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को लखनऊ पुलिस अपने साथ लेकर आ गई।
कांंग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने दोपहर साढ़े तीन बजे 10 मिनट 36 सेकेंड का एक वीडियो जारी कर कहा कि कांग्रेस ने सेवा भाव से सड़क पर चल रहे प्रवासी श्रमिकाें के लिए बसें उपलब्ध कराई थी। योगी सरकार को इसमें राजनीति नहीं करनी चाहिए। यह संकट का समय है जिसमें सभी राजनीतिक दलों को मिल कर देश में मुसीबत में घिरे प्रवासी की मदद करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह सड़क हादसों में मारे गए श्रमिकों को देखकर यूपी रोडवेज की बसें चलाने का आग्रह राज्य सरकार से किया था और जब उन्होंने बसें नहीं चलवाई तो शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कहा कि कांग्रेस एक हजार बसें चलाने की अनुमति चाहती हैं जिससे राह चलते श्रमिकों को उनके ठिकानो तक पहुंचाया जा सके जिसके जवाब में सरकार ने कहा कि राज्य के पास 12 हजार बसें है और उन्हें और बसों की जरूरत नहीं है तो कांग्रेस ने राजस्थान बार्डर पर खड़ी बसें वापस बुला ली।
वाड्रा ने कहा कि बाद में यूपी सरकार ने कहा कि कांग्रेस बसों को चालक परिचालक की सूची के साथ लखनऊ में सौंपे जिसका कोई मतलब नहीं था क्योंकि हमें बार्डर पर फंसे श्रमिकों को उनके इलाकों में ले जाना था। बाद में उन्होंने बसों की हालत को लेकर कई तरह के आरोप लगाने शुरू कर दिए। अगर कुछ बसों के नम्बर गलत थे तो उन्हे ठीक किया जा सकता था लेकिन करीब 900 बसों को सीमा से जाने की इजाजत दे देते तो करीब 92 हजार श्रमिक सड़कों पर पैदल चलने के बजाय सुरक्षित अपने घरों में होते। उन्होंने कहा कि श्रमिक भाई बहनों के लिए ये संकट का समय है। इस समय संवेदना साथ उनकी मदद करना ही हम सबका उद्देश्य है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार लल्लू फिर अरेस्ट
इस बीच यूपी सीमा पर गिरफ्तार प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को आगरा पुलिस ने अदालत में पेश किया जहां उन्हे 20-20 हजार के निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया। लल्लू के साथ विवेक बंसल और प्रदीप माथुर को भी जमानत मिल गई। लल्लू को बाद में लखनऊ की हजरतगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के हल्के विरोध के बीच पुलिस उन्हें लखनऊ ले आठ्र।
यूपी के डिप्टी सीएम ने राजस्थान सीएम पर उठाए सवाल
उधर, यूपी बार्डर पर खड़ी कांग्रेस की बसें शाम चार बजे के बाद वापस चली गईं। कांग्रेस पर प्रवासी श्रमिकों के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने सवाल किया कि कांग्रेस को साफ करना चाहिए कि राजस्थान रोडवेज क्या उसकी निजी संपत्ति है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा उपलब्ध कराई गई सूची में 460 बसें फर्जी हैं जबकि 297 कबाड़ बन चुकी हैं। सूची में 98 थ्री व्हीलर, कार और एंबुलेंस के नम्बर है जिनके डिटेल उपलब्ध करा दिए गए हैं।
राजस्थान रोडवेज द्वारा बसें उपलब्ध कराने को लेकर आश्चर्य व्यक्त करते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान परिवहन की बसें क्या कांग्रेस की निजी संपत्ति हैं। सरकारी संस्था का प्रयोग एक निजी पार्टी के द्वारा कैसे किया जा रहा है। कांग्रेस अपने ड्राइवर कंडक्टर को भी खाना नहीं दे पा रही है तो वह बाकी को क्या देगी।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए उन्होने कहा कि कोटा में जब यूपी के छात्रों को खाना उपचार नहीं मिल रहा था तब मुख्यमंत्री कहां थे। उत्तर प्रदेश सरकार ने कोटा राजस्थान से 630 छात्रों को लाकर उनके घरों तक पहुंचाया। राजस्थान के मुख्यमंत्री ने भी इस कार्य के लिए यूपी सरकार की प्रशंसा की थी।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में यूपी का प्रवासी टहल रहा है लेकिन उसके लिए कोई व्यवस्था कांग्रेस नहीं कर रही है। अच्छा होता कि यूपी पर ध्यान देने के बजाय कांग्रेस पंजाब और राजस्थान में प्रवासियों के लिए बसें उपलब्ध कराती। उत्तर प्रदेश में बसों की कोई कमी नहीं है। उनकी सरकार ने श्रमिकों के लिए 27000 बसों का बंदोबस्त कर रखा है जो लगाकर प्रवासियों को उनके घरों तक पहुंचा रही है।
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