अंबासा । राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने राज्य एंजेसियों को सख्ती से निर्देश दिया है कि बाल श्रम का उन्मूलन कर बच्चों का स्कूलों में नामांकन करायें और ऐसा नहीं करने वाले अभिभावकों के खिलाफ मामले दर्ज करायें।
एनएचआरसी के विशेष प्रतिवेदक डॉ अशोक साहू ने त्रिपुरा के ढलई जिले में बुधवार को अंबासा उपमंडल में आयोजित एनएचआरसी के सेमिनार में यह जानकारी दी।
सेमिनार में डाॅ साहू ने समावेशी बाल विकास योजना (आईसीडीएस) के अधिकारियों, श्रम निरीक्षक और जिला प्रशासन को सख्ती से निर्देश दिया कि सभी एजेंजियां मिलकर वर्ष 2025 तक बाल श्रम को खत्म करें। बाल श्रम में लगे सभी बच्चों का नामांकन स्कूलों में करायें और यदि कोई अभिभावक इसके लिए राजी नहीं होता तो उसे खिलाफ मामला दर्ज करवाया जाए। उन्होंने जोर देकर कहा की बाल श्रम हम सभी के लिए शर्मनाक है और हमें 2025 तक इसका उन्मूलन करना है।
इस संबंध में अभिभावकों में आम राय बनायी जानी चाहिए। इन सभी बच्चों का स्कूलों में नामांकन सुनिश्चित किया जाए। मौजूदा समय में गरीब परिवारों को पर्याप्त सुविधाएं प्रदान की जाती हैं ताकि अभिभावक किसी तरह की बहानेबाजी न कर सकें।