जयपुर। राजस्थान में विशेष योग्यजन राज्य आयुक्त उमा शंकर शर्मा ने प्रदेश के सभी निजी विद्यालयों में विशेष योग्यजन विद्यार्थियों के लिए विशेष शिक्षकों की नियुक्ति पर स्वतः संज्ञान लेते हुए निजी विद्यालयों को विशेष अध्यापकों की नियुक्ति करने के निर्देश दिए हैं।
शर्मा ने कहा कि इसका उद्देश्य विशेष योग्यजन विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा एवं शिक्षा के समान अवसर प्रदान कराना है। उन्होंने शिक्षा विभाग को सभी निजी विद्यालयों को विशेष अध्यापकों की नियुक्ति के लिए निर्देशित करने को कहा।
उन्होंने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में विशेष अध्यापकों को निजी विद्यालयों में नियुक्त करने के लिए पहले भी निर्देश दिए गए थे। इन निर्देशों की पालना से विशेष योग्यजन विद्यार्थियों को पढ़ाने के दौरान आने वाली परेशानियों से बचा जा सकता है और उन विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा प्रदान की जा सकती है। इससे विशेष शिक्षकों को रोजगार मिलेगा साथ ही विद्यार्थियों को भी बेहतर शिक्षा के अवसर प्राप्त होंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 50 हजार से अधिक निजी विद्यालय हैं जिनमें विशेष योग्यजन विद्यार्थी भी पढ़ते हैं। उन विद्यालयों में कम से कम एक विशेष योग्यजन अध्यापक को नियुक्त किया जाए जिससे छात्र किसी भी दृष्टि से अपने आप को अन्य विद्यार्थियों से अलग महसूस ना करें। शर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग 21 दिन के भीतर निजी विद्यालयों को गाइडलाइन और विशेष शिक्षकों की नियुक्ति के निर्देश दिया जाना सुनिश्चित करे।