जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां ने भरतपुर जिले में अवैध खनन को लेकर आत्मदाह का प्रयास करने वाले संत विजय दास की मौत के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया हैं।
संत विजय दास के निधन के बाद डा पूनियां ने आज अपने बयान में कहा कि यह ह्रदय विदारक सूचना हैं कि संत विजय दास का निधन हो गया। उन्होंने कहा कि संत विजय दास ने एक तरह खनन माफाया के खिलाफ अपने प्राणों की आहूति दी हैं।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी मौत का जिम्मेदार कोई है तो वह खनन माफिया को संरक्षण देने वाली राजस्थान की सरकार हैं। बृज चौरासी आस्था का स्थान है और जिस तरह पर्यावरण एवं आस्था को चुनौती थी और अवैध खनन के खिलाफ संत समाज का 551 दिन से आंदोलन चल रहा था। यह सरकार के संज्ञान में था लेकिन सरकार ने इसे नजर अंदाज किया।
उन्होंने कहा कि केवल इतना ही नहीं खनन माफियों को संरक्षण सरकार की फितरत बन चुकी हैं। राजस्थान में जितने माफिया हैं उनमें जिस प्रकार खान माफिया ने सरकार को गिरफ्त में लिया है और उसकी प्रणति आज एक साधु के बलिदान से हुई है।
उन्होंने कहा कि जिस तरीके से खान माफािया ने राजस्थान की शांति को लीला, भ्रष्टाचार पनपा और कानून व्यवस्था चुनौतीपूर्ण बनी है, इस पर सोचने की जरुरत हैं। उन्होंने कहा कि संत के निधन से बड़ा जनाक्रोश एवं संत समाज में आक्रोश है कि सरकार इतना लापरवाह क्यों हैं और प्रदेश के गृह मंत्री अपनी नैतिक जिम्मेदारी से बचते क्यों है। उल्लेखनीय है कि संत विजयदास का दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शुक्रवार देर रात निधन हो गया।
भरतपुर जिले में आत्मदाह का प्रयास करने वाले संत विजय दास का निधन