जयपुर। राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ ने कहा कि लाइलाज समझी जाने वाली कई बीमारियों का उपचार होम्योपैथी चिकित्सा से होने के कारण आम लोगों में इसकी लोकप्रियता बढी है।
सराफ ने विश्व होम्योपैथी दिवस पर मंगलवार को होम्योपैथी चिकित्सा विभाग एवं राजस्थान होम्यो फिजिशियन एसोसिएशन की ओर से आयोजित समारोह में कहा कि इस पद्धति को बढावा देने के लिए सरकार द्वारा सतत् रूप से प्रयास किए जा रहे हैं तथा विभाग को सुदृढ़ करने की दृष्टि से 132 चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती भी की गई है। उन्होंने बताया कि सहायक कर्मचारियों की भर्ती के साथ साथ संविदा पर भी नियुक्तियां की गई हैं।
उन्होंने कहा कि होम्योपैथी चिकित्सा में साइड इफैक्ट ना होना इसकी सबसे बड़ी खूबी है। होम्योपैथी में मीठी गोलियों से होने वाली चिकित्सा में लोगों का विश्वास बढ़ा है, तथा लोग इसे वैकल्पिक चिकित्सा के रूप में अपनाने लगे हैं। उन्होंने भारतीय चिकित्सा पद्धतियों के विकास को आवश्यक बताते हुए कहा कि इन पद्धतियों के विकास से जिन बीमारियों का इलाज एक चिकित्सा पद्धति में संभव नहीं है, उसे दूसरी में खोजा जा सकता है। इस अवसर पर उन्होंने विभाग के कैडर रिव्यू के पश्चात् नए सृजित पदों को भी शीघ्र भरने का आश्वासन दिया।