अजमेर। राज्य मानवाधिकार आयोग की सचिव निवेदिता मेहरू ने अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान लोहागल स्थित राजकीय बालिका गृह, राजकीय शिशु गृह एवं नारी निकेतन का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक संजय सावलानी, जिला बाल संरक्षण ईकाई के सहायक निदेशक अभिषेक गुजराती एवं अनुसंधान अधिकारी राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग डॉ. दीपा जैन मौजूद थे।
निरीक्षण के दौरान बालिका गृह में 26 बालिकाएं व एक शिशु, नारी निकेतन में 24 महिलाएं एवं 3 बच्चे, शिशु गृह में 7 शिशु आवासित पाए गए। बालिका गृह एवं नारी निकेतन में आवासित बालिकाओं एवं महिलाओं से व्यक्तिशः चर्चा की।
उक्त गृहों की अधीक्षक नारायणी द्वारा सचिव को उक्त गृहों में राज्य सरकार द्वारा देय सुविधाओं की जानकारी दी एवं आवासित महिलाओं व बालिकाओं के प्रकरणों की जानकारी दी एवं उनके पुनर्वास के संबंध में की जाने वाली प्रक्रिया से अवगत कराया।
निरीक्षण के दौरान सचिव द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं के भोजन के लिए भोजन कक्ष में डाईनिंग टेबल की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए तथा बालिका गृह में बालिकओं को शिक्षा प्रदान करने के लिए सेवा दे रहे पेरा लीगल वॉलिंटियर की ओर से स्कूल जाने वाली बालिकाओं को अध्ययन में विशेष ध्यान दिलाने के लिए कहा गया, ताकि बालिकाओं का शैक्षणिक स्तर और बेहतर हो सके।
नारी निकेतन एवं बालिका गृह में सप्ताह में 2 बार फिजिशियन की विजिट की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश भी दिए गए। साथ ही वोकेशनल ट्रेनिंग स्किल डेवलपमेंट के कार्यक्रम चलाए जाने एवं गृहों में रचनात्मक गतिविधियां बढ़ाये जाने के निर्देश भी दिए गए।
बालिकाओं की पढ़ाई के लिए भी बेहतर प्रयास किए जाने चाहिए। बालिकाओं को कम्प्यूटर एवं अन्य ट्रेनिंग दिलाए जाने के निर्देश भी सचिव द्वारा दिए गए। नारी निकेतन, बालिका गृह एवं शिशु गृह की साफ-सफाई व्यवस्था संतोषजनक पाई गई।