अजमेर। भारतीय सिन्धु सभा राजस्थान की ओर से 17 जून को को राज्य स्तरीय सिन्धी महासम्मेलन सिन्धु महाकुम्भ का आयोजन जयपुर में किया जाएगा। सम्मेलन सिन्धी भाषा स्वर्ण जयंती वर्ष के समापन व सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन के 1306वें बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी ने बताया कि महाकुम्भ को सफल बनाने के लिए जयपुर के हरगुनदास नेभनाणी को संयोजक व मोहन नानकाणी व मुकेश लख्याणी को सह-संयोजक की जिम्मेदारी दी गई है।
प्रदेश महमंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने बताया कि महाकुम्भ में भारतीय सिन्धु सभा राजस्थान के कार्यकर्ता पूज्य सिन्धी पंचायतों, सामाजिक संगठनों व धार्मिक संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे। प्रदेश पदाधिकारियों द्वारा जिलों में प्रवास कर बैठकें आयोजित की जा रही है। महाकुम्भ में युवा व महिला प्रतिनिधि भी सम्मिलित होंगे।
संयोजक हरगुनदास नेभनाणी ने बताया कि महाकुम्भ का आयोजन जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेशन सेटर जेईसीसी सीतापुरा टोंक रोड जयपुर पर आयोजित किया जा रहा है। सिन्धु घाटी सभ्यता व संस्कृति की विशाल प्रदर्शनी गुलाबराय मीरचंदाणी भीलवाडा द्वारा हरिशेवा सनातन मन्दिर के सहयोग से तैयार कर व सिन्ध के गौरवमीय इतिहास को बडी स्क्रीन पर प्रदर्शित किया जाएगा।
संभाग प्रभारी हीरालाल तोलाणी ने बताया कि इस अवसर पर महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन व प्रेम प्रकाश आश्रम, श्री अमरापुरा के सत्गुरू स्वामी भगतप्रकाश के साथ देश भर से पधारे संतों महात्माओं का आशीर्वाद और केन्द्रीय पदाधिकारी, संगठन के मार्गदर्शक व संघ के अधिकारियों का मार्गदर्शन भी मिलेगा।
प्रचार मंत्री दिलीप पारवाणी ने बताया कि महाकुम्भ में समाज के प्रमुख मुद्धों पर चर्चा कर केन्द्र व राज्य सरकार को ध्यान में लाया जाएगा जिसमें सेन्ट्रल सिन्धी विश्वविद्यालय, दूरदर्शन पर सिन्धी चैनल, चेटीचण्ड पर राष्ट्रीय अवकाश, 26 जनवरी को राजपथ पर सिन्धु संस्कृति की झांकी, सिन्धु संस्कृति का राष्ट्रीय स्मारक जैसे अन्य बिन्दु सम्मिलित है।