अजमेर। शहीद पवन कुमार जाट के प्रथम स्मरण दिवस के अवसर पर सोमवार को श्यामशरण देवाचार्य, श्रीजी महाराज, राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने सांवतसर किशनगढ़ में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ शहीद स्मारक पर शहीद पवन कुमार जाट की प्रतिमा का अनावरण किया।
सलेमाबाद पीठ के श्यामशरण देवाचार्य श्रीजी महाराज ने कहा कि मानव जीवन में सर्वश्रेष्ठ सेवा जन्मदायिनी माता तथा जन्म भूमि की मानी जाती है। उसी माता को धन्य कहा गया है, जिसके पुत्र राष्ट्र सेवा के लिए स्र्वस्व बलिदान कर देवें। शहीद पवन कुमार ने राष्ट्र की सेवा में सर्व अर्पित कर ईश्वर के चरणों में स्थान पाया है। पवन कुमार की मां हम सभी की मां है। शहीद के परिवार की संवेदनाएं हम सभी अपने दिल से समझ रहे हैं। किशनगढ़ में पवन कुमार के जन्म लेने पर समस्त निवासियों को गर्व का अनुभव हो रहा है।
उन्होंने कहा कि मानव देह प्राप्त करना दुस्कर है। इस देह की सार्थकता तभी है जब मानव देह भारत भूमि के लिए सर्वोच्च बलिदान कर दे। भारतीय सेना के बलिदान के कारण हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं। पुलिस के बलिदान से भारत सुरक्षित है। राष्ट्र रक्षा के लिए राजस्थान पुलिस सर्वश्रेष्ठ कार्य कर रही है। आने वाले समय में यह शहीद स्मारक किशनगढ़ के तीर्थ स्थलों में शामिल होगा।
राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि व्यक्ति लम्बी उम्र के साथ जीवन बिताए। इससे बेहतर है कि देश एवं समाज के लिए कार्य करके हजारों वर्षों के लिए अमर हो जाए। राजस्थान पुलिस के लिए तीन जवानों के शहीद होने की सूचना से प्रत्येक नागरिक दुःखी हुआ। सभी को आघात लगा। तीनों जवानों की तस्करी रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका रही। आज अपराधी सलाखों के पीछे है। उन्हें शीघ्र ही सजा मिलेगी। पुलिस सेवा में कार्य करते हुए शहीद होने वाले वीरों के लिए 21 अक्टूबर को विशेष दिवस मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से शहीदों के परिवारों को पूरा सहयोग प्रदान किया जाएगा। उनका कार्य अविस्मरणीय है। शहीद अमर होकर हमारे बीच ही जिंदा रहते है। स्थानीय विद्यालय का नाम शहीद पवन कुमार के नाम से करने के लिए सरकार के पास प्रस्ताव भिजवाए जाए। शहीद पवन कुमार के लिए सच्ची श्रद्धांजलि नशे से दूर रहना है।
सांसद भागीरथ चौधरी ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को एक दिन जाना है। महान कार्य करने वालों को युगों तक याद किया जाता है। पुलिस सेवा के तीन कार्मिकों ने अपना कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। सम्पूर्ण देश इनसे जिम्मेदारी के निर्वहन की प्रेरणा लेगा। शहीदों के परिवार के लिए व्यक्ति की पूर्ति करना सम्भव नहीं है। सम्पूर्ण देश आपके साथ खड़ा है।
विधायक सुरेश टांक ने कहा कि पूरा किशनगढ़ क्षेत्र पवन कुमार के नाम से गौरवान्वित है। इनके माता पिता धन्य है, जिन्होंने ऎसे बेटे को जन्म दिया और राष्ट्र भक्ति के संस्कार दिए। नसीराबाद विधायक रामस्वरूप लाम्बा ने कहा कि शहीदों के परिवार का ध्यान रखना हम सभी का दायित्व है। विकास चौधरी ने कहा कि आज के दिन हमें नशा मुक्त होने का संकल्प लेना चाहिए।
अजमेर रेंज आईजी रूपेंद्र पाल सिंह ने कहा कि विभागीय कर्तव्य के दौरान शहीद होने वालों ने ड्यूटी मुस्तैदी के साथ करने की प्रेरणा दी है। साथ ही नागरीकों को भी अपना कर्तव्य निभाने का संदेश दिया। शहीद पवन कुमार के प्रति श्रद्धांजलि को मूर्त रूप देने के लिए किशनगढ़ को नशा मुक्त बनाना चाहिए।
समारोह में शहीद पवन कुमार की प्रतिमा का अनावरण किया गया। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। पवन कुमार 2011 में पुलिस सेवा में भर्ती हुए थे। वे रायला भीलवाड़ा में पदस्थापन के दौरान तस्कर गिरोह से मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे। उनके प्रथम स्मरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में उनके साथ शहीद हुए औंकार सिंह रायका एवं इशाक खां कायमखानी को भी याद किया गया। कायमखानी के परिजनों को भी सम्मानित किया गया।
आरके चैरीटेबल ट्रस्ट उठाएगा शिक्षा का खर्च
आरके चैरीटेबल ट्रस्ट के निदेशक अशोक पाटनी ने शहीद पवन कुमार के पुत्र एवं पुत्री की शिक्षा का खर्च उठाने का बीडा उठाने की जिम्मेदारी ट्रस्ट की ओर से किए जाने की सहमति दी। इसकी घोषणा विधायक सुरेश टांक द्वारा की गई। दोनों बच्चों द्वारा शिक्षा अथवा प्रशिक्षण प्राप्त करने तक सम्पूर्ण खर्च ट्रस्ट द्वारा वहन किया जाएगा।
शहीद स्मारक के पास ही गायों के लिए आरक्षित भूमि पर विकास कार्य के लिए स्थानीय निवासियों ने आग्रह किया। इसके लिए सांसद भागीरथ चौधरी तथा विधायक सुरेश टांक ने स्थानीय क्षेत्र विकास कोष से 5-5 लाख की राशि उपलब्ध कराने की घोषणा की।
इस अवसर पर किशनगढ़ नगर परिषद के सभापति दिनेश सिंह राठौड़, पूर्व विधायक नाथुराम सिनोदिया, पूर्व जिला प्रमुख रामस्वरूप, बैंक अध्यक्ष चेतन चौधरी, पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा, उपखण्ड अधिकारी परसा राम सैनी, मार्बल एसोशिएसन के अध्यक्ष सुधीर जैन, भीलवाड़ा की उपअधीक्षक चंचल मिश्रा, रायला थाने का स्टाफ सहित बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।