लखनऊ/सहारनपुर। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने सहारनपुर जिले के कोतवाली देहात इलाके में टपरी स्थित शराब फैक्ट्री पर छापा मारकर राज्य सरकार करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी करने के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 1500 शराब की पेटी आदि बरामद की।
एसटीएफ प्रवक्ता ने बताया कि एसटीएफ को सूचना मिल रही थी कि सहारनपुर जिले के कोतवाली देहात इलाके में टपरी गांव में स्थित को-अपरेटिव कंपनी लि शराब फैक्ट्री से लोकल आबकारी डिस्ट्रीब्यूटरों, ट्रान्सपोर्ट्स, फैक्ट्री में नियुक्त आबकारी अधिकारियों व फैक्ट्री कर्मचारियों की मिलीभगत से भारी मात्रा में अवैध रुप से शराब निकाली जा रही है, जिससे प्रत्येक माह करोड़ो रुपये के टैक्स चोरी कर राज्य सरकार को राजस्व की छति पहुंचाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि इस सूचना पर स्थानीय एसटीएफ की टीम ने कल फैक्ट्री पर छापा मारकर इस गिरोह का भण्डाफोड़ कर आठ लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 1500 पेटी शराब के अलावा 38,895 रुपए की नकदी आदि बरामद की गई।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में फैक्ट्री प्रमुख कुशीनगर निवासी उपेंद्र गोविंद राव, बॉटलिंग इंचार्ज देवरिया निवासी हरिशरण तिवारी, सहारनपुर निवासी केमिस्ट अरविंद कुमार सिंह, प्रदीप राठी बारकोडिंग कम्प्यूटर आपरेटर, ट्रांसपोर्टर भिवाणी हरियाणा निवासी जय भगवान शर्मा, सहारनपुर निवासी ट्रक चालक गुल शेर, क्वालटी कंट्रोलर संजय शर्मा और बाटलिंग सुपरवाइजर मांगे राम त्यागी शामिल हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि सहारनपुर में शराब फैक्ट्री पर छामा मारकर कम्पनी के एक दर्जन अधिकारियों/कर्मचारियों एवं ट्रांसपोर्टरों, लोकल डिस्ट्रीब्यूटर को हिरासत में गहन पूछताछ की गई। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि टपरी स्थित इस कॉपरेटिव के यूनिट हेड व उनका स्टाफ विभिन्न जिलो के आबकारी डिस्ट्रीब्यूटरों व ट्रांसपोर्टरों के साथ मिलकर शराब फैक्टरी के अभिलेखों में हेराफेरी कर बड़े पैमाने पर टैक्स/एक्साइज ड्यूटी की चोरी कर प्रति माह करोड़ो के राजस्व का नुकसान कर रहे हैं।
इस बड़े घोटाले का संचालन कॉपरेटिव फैक्टरी के प्रोडक्शन यूनिट हेड उपेंद्र गोविंद राव द्वारा
किया जा रहा था। पकड़े गए प्रदीप राठी ने पूछताछ पर बताया कि वह फैक्ट्री में बारकोडिंग कलर्क के रूप में कार्यरत है और उपेंद्र गोविंद राव के कहने पर आबकारी विभाग की वेबसाइट से बार कोड डाउनलोड करके उससे डबल बारकोड तैयार कर बोतल पर लगाने के लिए तैयार करता है।
उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि नजदीक के डिस्ट्रिब्यूटर पॉइंट पर दो दिन के एक गेटपास पर दो चक्कर और उन्नाव और कानपुर के डिस्ट्रीब्यूटर पॉइंट पर चार दिन के एक गेटपास पर दो चक्कर लगाकर एक ही बिल्टी पर टैक्स की बड़ी चोरी की घटना अंजाम देते है, फैक्टरी से गाड़ी की निकासी के दौरान फैक्ट्री के जिम्मेदार कर्मचारियों द्वारा फैक्टरी के सीसीटीवी कैमरे को बंद कर दिया जाता था व ट्रक ड्राईवर द्वारा ट्रक में लगे जीपीएस को भी ऑफ कर दिया जाता है। इस घोटाले में स्थानीय अधिकारियों की संलिप्तता की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों द्वारा बताई गई सूचना के आधार पर आबकारी विभाग के कानपुर-लखनऊ मार्ग पर स्थित आबकारी गोदाम पर भी छापेमारी की गई, यहां पर भारी अनियमितता प्रकाश में आई है। गिरफ्तार आरोपियों के विरुद्ध सहारनपुर कोतवाली देहात में मामला दर्ज कर आगे की विधिक कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।