मुंबई। व्यापार युद्ध को लेकर अमेरिका और चीन के बीच सैद्धांतिक समझौता होने से विदेशों में बनी सकारात्मक निवेश धारणा का असर मंगलवार को घरेलू शेयर बाजारों पर दिखा और बीएसई का सेंसेक्स तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी नये शिखर को छूते हुये सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुये।
सेंसेक्स 413.45 अंक यानी 1.01 प्रतिशत की तेजी के साथ 41,352.17 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी भी 111.05 अंक यानी 0.92 प्रतिशत उछलकर 12,165 अंक पर पहुँच गया। यह दोनों सूचकांकों का अब तक का उच्चतम बंद स्तर है।
मझौली और छोटी कंपनियों में लिवाली से बीएसई का मिडकैप 0.38 प्रतिशत चढ़कर 14,818.14 अंक और स्मॉलकैप 0.66 प्रतिशत की बढ़त के साथ 13,305.79 अंक पर रहा।
विदेशों से अपने राजस्व का बड़ा हिस्सा कमाने वाले निजी बैंकों और आईटी तथा टेक कंपनियों में निवेशकों ने जमकर लिवाली की। बीएसई में दूरसंचार और धातु समूहों के सूचकांक तीन फीसदी से अधिक चढ़े। आईटी और टेक में डेढ़ से दो फीसदी की तेजी रही।
विदेशों से मिले सकारात्मक संकेतों के दम पर सेंसेक्स 113.64 अंक की बढ़त में 41,052.36 अंक पर खुला और पूरे दिन 41 हजार अंक से ऊपर बना रहा। शुरुआती कारोबार में एक समय यह 41,005.18 अंक तक उतरा था। इसके बाद बाजार ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। कारोबार की समाप्ति से पहले यह 41,401.65 अंक के नये शिखर पर पहुँच गया। अंतत: गत दिवस के मुकाबले 413.45 अंक ऊपर 41,352.17 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 30 में से 21 कंपनियों के शेयर बढ़त में और शेष नौ के गिरावट में रहे।
निफ्टी 38.50 अंक की तेजी के साथ 12,082.45 अंक पर खुला। इसका ग्राफ भी करीब-करीब सेंसेक्स की तरह ही रहा। इसका दिवस का निचला स्तर 12,070.35 अंक दर्ज किया गया। बाद में लिवाली बढ़ने से 12,182.75 अंक के नये शिखर को छूने के बाद यह गत दिवस के मुकाबले 111.05 अंक ऊपर 12,165 अंक पर बंद हुआ जो अब तक का रिकॉर्ड स्तर है। निफ्टी की 50 में से 39 कंपनियों के शेयर हरे निशान में और शेष 11 के लाल निशान में रहे।
बीएसई में कुल 2,705 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें 1,441 के शेयर बढ़त में और 1,067 के गिरावट में रहे जबकि 197 कंपनियों के शेयर दिन भर के उतार-चढ़ाव से होते हुये अंतत: अपरिवर्तित रहे।
विदेशों में अधिकतर एशियाई बाजार हरे निशान में रहे। जापान का निक्की 0.47 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 1.22 प्रतिशत और दक्षिण कोरिया का कोस्पी तथा चीन का शंघाई कंपोजिट 1.27 प्रतिशत की बढ़त में बंद हुये। ज्यादातर यूरोपीय बाजारों में शुरुआती कारोबार में बिकवाली हावी रही। जर्मनी का डैक्स 0.31 प्रतिशत फिसल गया जबकि ब्रिटेन का एफटीएसई लगभग सपाट रहा।
बीएसई के समूहों में दूरसंचार में सर्वाधिक 3.28 फीसदी की तेजी रही। धातु समूह का सूचकांक 3.02 प्रतिशत, टेक का 1.87, बुनियादी वस्तुओं का 1.73 और आईटी का 1.69 प्रतिशत चढ़ा। सीडीजीएंडएस, एफएमसीजी, वित्त, इंडस्ट्रियल्स, यूटिलिटीज, ऑटो, बैंकिंग, पूँजीगत वस्तुओं, तेल एवं गैस तथा बिजली समूहों के सूचकांक भी हरे निशान में रहे। टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद समूह में सबसे ज्यादा 0.68 फीसदी की गिरावट रही।
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील के शेयर 4.38 प्रतिशत, भारती एयरटेल के 4.30, वेदांता के 3.50, टाटा मोटर्स के 3.03, एचडीएफसी के 2.46, बजाज फाइनेंस के 2.39, इंफोसिस के 2.14, टीसीएस 1.79, वेदांता के 1.71, एचडीएफसी बैंक के 1.19 और एलएंडटी के 1.10 प्रतिशत की बढ़त में रहे।
एचसीएल टेकनोलॉजीज में 0.94 प्रतिशत, मारुति सुजुकी में 0.87, पावर ग्रिड में 0.78, एशियन पेंट्स में 0.77, टेक महिंद्रा और एनटीपीसी दोनों में 0.61, कोटक महिंद्रा बैंक में 0.51, आईसीआईसीआई बैंक में 0.42 और भारतीय स्टेट बैंक में 0.32 प्रतिशत की तेजी रही।
नुकसान उठाने वालों में सनफार्मा के शेयर 1.37 प्रतिशत, महिंद्रा एंड महिंद्रा के 0.63, बजाज ऑटो के 0.56, हिंदुस्तान यूनिलिवर के 0.48, रिलायंस इंडस्ट्रीज के 0.28, हीरो मोटोकॉर्प के 0.23, एक्सिस बैंक के 0.21, ओएनजीसी के 0.12 और इंडसइंड बैंक के 0.04 प्रतिशत की गिरावट में रहे।