मुंबई। अधिकतर एशियाई बाजारों से मिले कमजोर संकेतों के बीच राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार से तेलुगू देशम् पार्टी के अलग होने की आधिकारिक घोषणा से घरेलू शेयर बाजार ने बड़ी तेजी से गोता लगाया।
धातु और तेल एवं गैस क्षेत्र में जारी बिकवाली के दबाव में बीएसई का सेंसेक्स 509.54 अंक लुढ़ककर 33,176.00 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 165 अंक फिसलकर 10,195.15 अंक पर बंद हुआ। दोनों सूचकांकों का यह 7 मार्च के बाद का निचला स्तर है जबकि आज की गिरावट 06 फरवरी के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है।
बाजार में दिन भर बिकवाली हावी रही। अमेरिका-चीन के बीच जारी तनातनी के कारण उत्पन्न हुई भू-राजनैतिक अस्थिरता और तेदेपा के नये बयान से निवेश धारणा कमजोर पड़ गयी है। वैश्विक रुख भी निवेश के लिहाज से नकारात्मक बना हुआ है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का हर कदम एशियाई बाजारों के लिए नयी निराशा लेकर आ रहा है।
करीब 60 अरब डॉलर के चीन से आयातित वस्तुओं पर आयात शुल्क लगाने की श्री ट्रंप की योजना से वैश्विक व्यापार युद्ध की चिंता बढ़ गयी है। इसके अलावा निवेशक इस बात से भी आशंकित हैं कि श्री ट्रंप की संरक्षणवादी नीति यहीं तक सीमित नहीं रहने वाली है। बौद्धिक संपदा के मामले को लेकर भी चीन और अमेरिका के बीच नया विवाद शुरू होने की खबरें आ रही हैं।
सेंसेक्स की शुरुआत सपाट हुई। यह 33,685.86 अंक पर खुला और शुरुआती कारोबार में 33,691.32 अंक के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया। इसके बाद बीएसई के सभी समूहों में बिकवाली शुरू हो गयी और यह 33,119.32 अंक के निचले स्तर तक चला गया। अंतत: यह गत दिवस की तुलना में 1.51 प्रतिशत लुढ़ककर 33,176.00 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की मात्र चार कंपनियाँ हरे निशान में जगह बना पायीं और शेष 26 लाल निशान में रहीं।
निफ्टी 15 अंकों की गिरावट के साथ 10,345.15 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान 10,346.30 अंक के उच्चतम और 10,180.25 अंक के निचले स्तर से होता हुआ यह गत दिवस की तुलना में 1.59 प्रतिशत गिरकर 10,195.15 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 41 कंपनियां गिरावट में और नौ तेजी में बंद हुईं।
बीएसई में कुल 2,856 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें 175 की कीमतें अपरिवर्तित रहीं जबकि 1,745 गिरावट में और 916 तेजी में रहीं।
दिग्गज कंपनियों की तरह छोटी और मंझोली कंपनियों पर भी बिकवाली हावी रही। बीएसई का मिडकैप 1.07 प्रतिशत यानी 175.86 अंक लुढ़ककर 16,219.13 अंक पर और स्मॉलकैप एक प्रतिशत यानी 178.11 अंक लुढ़ककर 17,576.44 अंक पर बंद हुआ।
अधिकतर यूरोपीय बाजार शुरुआती कारोबार में तेजी में रहे जबकि एशियाई बाजारों में गिरावट का रुख रहा। ब्रिटेन का एफटीएसई 0.12 और जर्मनी का डैक्स 0.34 प्रतिशत की तेजी में रहा। एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.06 प्रतिशत की बढ़त में बंद हुआ। चीन का शंघाई कंपोजिट 0.63 प्रतिशत, जापान का निक्की 0.58 और हांगकांग का हैंगसेंग 0.12 प्रतिशत की गिरावट में रहा।
बीएसई के समूहों में सर्वाधिक 2.30 प्रतिशत की गिरावट धातु के सूचकांक में देखी गयी। इसके अलावा तेल एवं गैस में 2.09, पीएसयू में 1.87, बेसिक मटिरियल्स में 1.54, सीडीजीएंडएस में 1.05, ऊर्जा में 1.97, एफएमसीजी में 1.10, वित्त में 1.32, स्वास्थ्य में 1.32, इंडस्ट्रियल्स में 1.69, आईटी में 0.75, दूरसंचार में 0.41, यूटिलिटीज में 1.61, ऑटो में 1.66, बैंकिंग में 1.12, पूंजीगत वस्तुओं में 1.66, टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद में 0.0़3, बिजली में 1.69, रियल्टी में 1.57 और टेक में 0.61 प्रतिशत की गिरावट रही।
सेंसेक्स में सबसे अधिक तेजी 0.88 प्रतिशत की तेजी महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में रही। विप्रो के शेयरों में 0.85, हिंदुस्तान यूनीलीवर में 0.16 और यस बैंक में 0.16 प्रतिशत का उछाल रहा। टाटा मोटर्स के शेयरों की कीमत सबसे अधिक 3.67 प्रतिशत टूटी।
इसके साथ ही एशियन पेंट्स के शेयर 3.09 प्रतिशत, अदानी पोटर्स के 2.89, हीरो मोटोकॉर्प्स के 2.67, एनटीपीसी के 2.65, सन फार्मा के 2.63, कोटक महिंद्रा बैंक के 2.58, ओएनजीसी के 2.26, एचडीएफसी के 2.15, एलएंडटी के 2.12, डॉ रेड्डीज लैब के 2.07, आईटीसी के 1.85, टाटा स्टील के 1.78, मारुति सुजुकी के 1.61, टीसीएस के 1.52, बजाज ऑटो के 1.38, रिलायंस इंडस्ट्रीज के 1.29, पावर ग्रिड के 1.23, एचडीएफसी बैंक के 1.20, आईसीआईसीआई बैंक के 1.11, इंफोसिस के 1.11, एक्सिस बैंक के 1.04, इंडसइंड बैंक के 0.82, भारती एयरटेल के 0.59, भारतीय स्टेट बैंक के 0.59 और कोल इंडिया के 0.11 प्रतिशत लुढ़के।