सबगुरु न्यूज-सिरोही। जिला मुख्यालय पर मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध चिकित्सालय में सोमवार मध्यरात्रि को कुत्ते एक माह के बच्चे को वार्ड से उठाकर ले गए और उसके टुकड़े टुकड़े कर दिए। इस शर्मसार करने वाली घटना ने गहलोत सरका और सिरोही विधायक की मॉनिटरिंग पर एक बार फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना रात करीब 2 बजे की बताई जाती है। पाली जिले जवाई बांध क्षेत्र का महेंद्र कुमार जो कि पिछले छह सात साल से पिंडवाड़ा क्षेत्र में काम करता था वो सिरोही चिकित्सालय में भर्ती था। उसे सिलकोसिस होने वहाँ भर्ती करवाया गया है। ऑक्सिजन दी जा रही थी। उसकी सेवा के लिये उसकी पत्नी और बच्चे साथ थे। बच्चे की मां ने बताया कि रात को करीब 12 बजे दूध पिलाकर उसने अपने एक महीने के बच्चे को सुला दिया था। एक बजे के आसपास उसकी और उसके पति की भी आंख लग गई। करीब डेढ़ दो बजे जंब उनकी आंख खुली तो उसके उसका एक महीने का बच्चा आसपास नही दिखा।
उसने हल्ला मचाया तो कम्पाउंडर आया। पूछा तो बताया कि बच्चा गायब है। उस वार्ड का कम्पाउंडर अन्य वार्ड के कम्पाउंडर के साथ टॉर्च लेकर निकला। ब्लड बैंक के आसपास से कुत्तों के भौंकने की आवाजें आ रही थी। ये और उनके साथ वार्ड के लोग उधर गए तो देखा कि बच्चे को कुत्ते नोच रहे थे। पत्थर मारकर कुत्तों को भगाया। बच्चे की मां को बुलाया तो उसने उसके अपना बच्चा होने की पुष्टि की।
इस घटना ने जिले में सनसनी फैला दी। पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है। घटना के तथ्य जुटाने के लिए हॉस्पिटल के सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले जा रहे हैं। इधर इस घटना के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित, नारायण देवासी, लुम्बाराम चौदरी, पायल परसरामपुरिया आदि के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने इस लापरवाही में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई और पीड़ित को उचित मुआवजे की मांग की। ऐसी ही मांग सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने भी विधानसभा में सरकार से की।