वाराणसी । काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में जूनियर डॉक्टरों एवं छात्रों के बीच इलाज कराने को लेकर हुए विवाद के बाद यहां घंटों पथराव, तोड़फोड़ एवं आगजनी जैसी हिंसक घटनाएं हुईं।
विश्वविद्यालय के सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि सोमवार रात भर सैकड़ों छात्रों ने जमकर बवाल किया। एक चारपहिया वाहन, कई मोटरसाइकिलें, बीएचयू सुरक्षा बूथ आदि को आग के हवाले कर दिया गया। कुलपति आवास को भी निशाना बनाया गया। तनाव के मद्देनजर विश्वविद्यालय परिसर में बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है।
छात्रों के उग्र रूप को देखकर विश्वविद्यालय का सुरक्षा तंत्र एवं कई थानों की पुलिस घंटों तमाशबीन बनी रही। मारपीट एवं पथराव की अलग-अलग घटनाओं में करीब 15 छात्र घायल हो गये जिनमें ज्यादातर का इलाज बीएचयू के सरसुंदर लाल अस्पताल एवं ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है।
उन्होंने बताया कि एक जूनियर डॉक्टर ने एक छात्र की महिला रिश्तेदार का इलाज करने में आनाकानी की जिसके बाद हुए विवाद में दोनों ओर से एक दूसरे पर हमले किये गए। छात्र के समर्थकों ने बाहर खाना खाने गए एक जूनियर डॉक्टर की पिटाई कर दी जिससे वे भड़क गए तथा हड़ताल की चेतावनी देते हुए धरना-प्रदर्शन करने लगे। आरोप है कि बिड़ला छात्रावास के कई छात्रों ने रुईया छात्रावास में घुसकर जूनियर डॉक्टरों के साथ मारपीट एवं तोड़फोड़ की। इससे पहले खाना खाने गए जूनियर डॉक्टरों की बीएचयू के मुख्यद्वार लंका के एक होटल में कई छात्रों ने पिटाई की जिससे वे उग्र हो गए।
सूत्रों ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में सोमवार करीब रात भर रुक-रुक कर पथराव एवं आगजनी होती रही। रुईया छात्रावास एवं कुलपति आवास को निशाना बनाते हुए लालबहादुर शास्त्री एवं बिड़ला छात्रावास के कई छात्रों ने पथराव किया। कुलपति आवास से लाल बहादुर शास्त्री छात्रावास तक के करीब आधा किलोमीटर के मार्ग पर ईंट, पत्थर, ट्यूब लाइट के शीशे बरसाये गए तथा मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया गया।
विश्विवद्यालय के कई सुरक्षा कर्मियों ने बताया कि रात भर रुक-रुक कर पेट्रोल बम के धमाके भी सुनाई दिये। पुलिस सूत्रों ने बतया कि पुलिस अधीक्षक (नगर) दिनेश कुमार सिंह समेत कई आला अधिकारी एवं अपर जिला अधिकारी स्तर के अधिकारी रात से ही मौके पर मौजूद हैं। कुलपति आवास, एवं छात्रावासों की सुरक्षा में बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया कि देर रात विश्वविद्यालय प्रशासन की अनुमति के बाद पुलिस ने शरारती तत्वों पर हल्का लाठी चार्ज की कार्रवाई की जिसके बाद स्थिति कुछ सामान्य हुई है लेकिन तनाव खत्म नहीं हुआ। मंगलवार सुबह करीब छह बजे फिर बहुत से छात्र बिड़ला छात्रावास के चौराहे पर जमा हो गए। वे विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी एवं कुलपति निवास की ओर जाने वाले रास्ते पर रुक-रुक कर पथराव कर रहे हैं।
विश्वविद्यालय के सूत्रों ने बताया कि जिला प्रशासन एवं पुलिस के आला अधिकारियों ने कुलपति प्रो. राकेश भटनागर के साथ उनके आवास पर स्थिति से निपटने की रणनीति बनायी है तथा उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि गत वर्ष 23 सितंबर को छात्राओं पर हुई बर्बर पुलिस कार्रवाई के खिलाफ रविवार को यहां आयोजित छात्र-छात्राओं की नुक्कड़ नाटक एवं सभा के दौरान भी दो गुटों के बीच जमकर झड़पें हुईं थीं।