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राज्य की नदियों के पानी को प्रदूषित करने वालों को सख्त सजा दी जाये: सिद्धू
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राज्य की नदियों के पानी को प्रदूषित करने वालों को सख्त सजा दी जाये: सिद्धू

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राज्य की नदियों के पानी को प्रदूषित करने वालों को सख्त सजा दी जाये: सिद्धू
राज्य की नदियों के पानी को प्रदूषित करने वालों को सख्त सजा दी जाये: सिद्धू
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अमृतसर | पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि राज्य की नदियों के पानी को प्रदूषित करने वालों को सख्त सजा दी जानी चाहिए।

सिद्धू ने आज यहां मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा शुरू की गई ‘स्वस्थ पंजाब मिशन’ की शुरूआत करते हुए कहा कि हमारी आत्म की सोच ने राज्य के पर्यावरण को गंदा कर दिया है और हम आने वाली नसलों को ज़हरीला पानी, गंदी हवा, कूड़े के ढेर और जन्मजात बीमारियाँ दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि हम न सुधरे तो वह दिन दूर नहीं जब पाँच दरियाओं की इस धरती से मानवीय जीवन ख़त्म हो जायेगा।

गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी में जिला प्रशासन की तरफ से करवाए विशेष कार्यक्रम को संबोधन करते हुए सिद्धू ने कहा कि राज्य के बहुत से हिस्सों में नलकूप सूख गए हैं। शुद्ध पानी का स्तर 250 फुट नीचे चला गया है और वह भी शुद्ध नहीं मिल रहा। यूरेनियम जैसा ज़हर पानी में पहुँच गया है। उन्होंने कहा कि राज्य की कुल भूमि का 47 प्रतिशत भाग जंगल था और अब कम होकर केवल तीन प्रतिशत रह गया है।

सिद्धू ने आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ब्यास नदी में मछली के 10 हज़ार लार्वा डाल कर विश्व वातावरण दिवस की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाना और इसके प्रति लोगों को जागरूक करना बहुत बड़ी ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि राज्य की नदियों के पानी को प्रदूषण से मुक्त होने तक उनकी कोशिश जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि पानी में केवल मछलियों के लार्वा डालने से राज्य का पर्यावरण साफ़ नहीं हाेगा, बल्कि इसके लिए हम सभी को आगे आना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि गन्दी हो रही नदियों को साफ़ करना, प्लास्टिक से मुक्त करना हमारी सांझी ज़िम्मेदारी है, जो कि केवल जल जीवों के लिए ही नहीं, बल्कि मानवीय जीवन के लिए भी हानिकारक है।