तखतगढ़(पाली)। पाली जिले के आकदड़ा में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के संस्था प्रधान जस्सा राम चौधरी के सेवानिवृत्ति के अवसर पर आयोजित सेवानिवृति समारोह में विद्वार्थियों की आंखों से आंसू छलक पड़े।
दरअसल, बाबा निवासी जस्साराम चौधरी के शिक्षा सेवा अंतिम सात साल की कार्यशैली सुखद रही। इनके सेवा, समर्पण, त्याग, सहयोग, स्नेह, विद्यालय विकास, विद्यार्थियों के जीवन में लाए गए व्यवहारगत परिवर्तन, भामाशाहों से तालमेल, विश्वास और भरोसे के बल पर विद्यालय को आदर्श और सर्वश्रेष्ठ विद्यालय बनाने में योगदान दिया।
गांव के भामाशाह रतन सिंह समुंदर सिंह राजपुरोहित द्वारा सोने की चेन उपहार में पहनाकर एक ऐतिहासिक, भव्य, उज्जवल और पवित्र भाव से विदाई दी। इस अवसर पर शिक्षक की आंखों में आंसू आ गए। विद्यालय प्रांगण में उपस्थित युवा और बुजुर्ग भी अपनी बिछोह की वेदना को रोक नहीं पाए। भामाशाह रतन सिंह और बुजुर्ग मोहनसिंह तो संस्था प्रधान से गले मिलकर फूट फूट रो कर अपना दर्द अभिव्यक्त करने से नहीं रोक पाए। इस अवसर पर शिक्षक की समाज में क्या भूमिका होती है को रेखांकित किया।
फूट-फूट कर रोए, ऐसा दृश्य गांव में देखने को मिला
वास्तविक धरातल पर संस्था प्रधान चौधरी ने जब विद्यालय के प्रवेश द्वार पर नतमस्तक होकर अपनी पेढ़ी और अपनी 7 वर्षीय कर्मभूमि को नतमस्तक होकर प्रणाम करते वक्त अपने आप को फूट-फूट कर रोए। उन्होंने बगीचे के पौधों लगाकर हरियाली का संदेश दिया है। संस्था प्रधान के विद्यालय, विद्यार्थी, अभिभावक, भामाशाह, जनप्रतिनिधियों और आम व्यक्तियों के बीच में अटूट संबंध बनाए। इस मौके पर शिक्षक का साफा एवं मालाओ से स्वागत किया।
शिक्षक के प्रयास से विकास को दिया आयाम
पाली जिले के सुमेरपुर उपखंड के आकदड़ा गांव में शिक्षक ने ग्रामीणों से सम्पर्क किया। इनके सम्पर्क से रतन सिंह समुद्र सिंह राजपुरोहित ने भव्य प्रवेश द्वार, कैलाश कंवर धर्मपत्नी समुंदर सिंह राजपुरोहित ने आदर्श प्रार्थना स्थल, सेवानिवृत्त अध्यापक रामलाल ने स्टेज, जयंतीलाल सोनाराम कुमावत ने टीन शेड, पर्वत सिंह जीवराज सिंह राजपुरोहित ने वाटर कूलर, चंद्रपाल सिंह गजेंद्र सिंह राणावत ने जलग्रह प्याऊ और भामाशाह मोहन सिंह जगन्नाथ सिंह राजपुरोहित ने विद्यालय रंग रोगन ट्रेन मॉडल आदि विकास कार्य करवाएं।