SABGURU NEWS | मुंबई बॉलीवुड निर्देशक समरजीत सिंह का कहना है कि उनकी आने वाली फिल्म सूबेदार सिंह एक सच्चे बहादुर सिपाही की कहानी को बयां करेगी। बॉलीवुड में इन दिनों जीवनी पर आधारित फिल्मों का चलन जोरों पर है।
सूबेदार जोगिंदर सिंह के जीवन पर फिल्म में गिप्पी ग्रेवाल, सूबेदार जोगिंदर सिंह के किरदार को जीवंत करते नजर आयेंगे। फिल्म पंजाबी के अलावा तीन भाषाओं – हिंदी, तमिल और तेलगु में रिलीज़ होगी। फिल्म का ट्रेलर जारी कर दिया गया है। समरजीत सिंह ने कहा कि परमवीर चक्र विजेता सूबेदार जोगिंदर सिंह एक सच्चे और बहादुर सिपाही की गाथा है, जिन्होंने अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति दे दी।
सूबेदार जोगिंदर सिंह 1962 की चीन के साथ लड़ाई में अपनी वीरता और शौर्य से दुश्मनों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। उनकी इस बहादुरी का किस्सा आज देश के लोगों को प्रेरित करेगी।
समरजीत सिंह ने कहा कि आज कल युवाओं का रुझान काल्पनिक सिनेमा की तरफ अधिक है। हमारे देश में चारों तरफ समृद्ध संस्कृति, विरासत, ऐतिहासिक घटनाएं और किस्से हैं। उस नज़रिये से देखें तो हमारे पास दर्शकों को दिखाने और उन्हें देने के लिए बहुत कुछ है। फिल्म निर्माताओं को सिनेमा की शक्ति का उपयोग एक सकारात्मक संदेश देने, अच्छे विचार साझा करने और दर्शकों तक वास्तविक और प्रेरणादायक कहानियां पहुंचाने के लिए करना चाहिए। ऐसी घटनाएं और गाथाएं, जिनके बारे में ज्यादातर लोग अंजान हैं।
निर्देशक ने कहा कि हमने फिल्म को कारगिल और द्रास, राजस्थान एवं असम के कई दुर्गम और कठिन लोकेसंस पर शूट किया है। भारत-चीन की लड़ाई को इस फिल्म में 14000 फ़ीट की ऊंचाई पर फिल्माया गया है, इस दौरान पहाड़ की दुर्गम चोटियों पर शूटिंग दौरान पहाड़ पर फिसलने से गिप्पी ग्रेवाल घायल भी हो गये थे। इसके अलावा भी इस फिल्म में उन्होंने ज़्यादातर स्टंट्स खुद ही किये।
उल्लेखनीय है कि सूबेदार जोगिंदर सिंह ने जितनी भूमिका देश के स्वतंत्रता के आंदोलन में निभाई, उतनी ही आजादी के बाद भी देश की रक्षा के लिए की। वह शहीद होने से पूर्व 1962 में चीन के साथ हुई लड़ाई में शामिल हुए। उस समय वह एक पलटन के कमांडर थे। सूबेदार जोगिन्दर सिंह की बायोपिक 06 अप्रैल को होगी रिलीज होगी।