लखनऊ । भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) गठबंधन के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी(सुभासपा) ने धमकी दी है कि यदि भाजपा ने 24 फरवरी तक सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू नही हुई तो पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी राज्य की सभी सीटों पर अपने पत्याशियों को खड़ा करेंगी।
सुभाासपा के अध्यक्ष और प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आेम प्रकाश राजभर ने शुक्रवार को यहां घोषणा की है कि यदि भाजपा ने 24 जनवरी तक सबसे अधिक पिछड़ों को लाभ पहुंचाने के लिए पिछड़ों के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण के तहत विभाजन को लागू नहीं किया, तो वे अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के नाम 25 जनवरी को सभी 80 सीटों के लिये जारी कर देंगे।
राजभर ने कहा “भाजपा ने अपना वादा नहीं निभाया है। लोकसभा चुनाव से छह महीने पहले उन्होंने पिछड़ों के लिये आरक्षण को लागू करने का हमसे वादा किया था। अब सिर्फ 80 दिन बचे हैं और हम भाजपा के काम करने के तरीके ने निराश हैं।” उन्होंने कहा कि गठबंधन के समय भाजपा ने वादा किया था कि वे उत्तर प्रदेश में पिछड़ों और दलितों के आरक्षण का तीन हिस्सों में वर्गीकरण कर देंगे।
राजभर ने कहा कि पार्टी ने नई आरक्षण नीति लागू करने के लिए भाजपा को 100 दिन का समय दिया है और समय की समय सीमा 24 जनवरी को समाप्त हो रही है। केंद्र सरकार ने सवर्ण गरीबों के लिए दस प्रतिशत आरक्षण पर निर्णय लेने के लिए केवल 38 घंटे का समय लिया, लेकिन वे पांच साल में पिछड़ों के लिये आरक्षण के विभाजन पर निर्णय नही ले पा रहे है।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी समाजवादी पार्टी(सपा)-बहुजन समाज पार्टी(बसपा) गठबंधन में शामिल नही होगी। उन्होंने आरोप लगाया कि एक पार्टी ‘सापनाथ’ है, जबकि दूसरी ‘नागनाथ’ है।