अजमेर। रेलवे अस्पताल अजमेर में आर्थोंस्कोपिक मल्टी लिगामेंट घुटने की सफल सर्जरी की गई है। लगातार की जा रही इस प्रकार के जटिल सफल सर्जरी से रेलवे अस्पताल अजमेर जॉइंट और आर्थोंस्कॉपी का नया विकसित केंद्र बन गया है।
हाल ही में एक 28 वर्षीय पुरुष रेलवे कर्मचारी सड़क यातायात दुर्घटना में घायल हो गया था। उसे दर्द और अस्थिरता के कारण चलने में कठिनाई हो रही थी। शुरुआत में उसने इलाज के लिए भीलवाड़ा के अस्पतालों दिखाया। बाद में वहां से छुट्टी ले ली और आगे के इलाज के लिए रेलवे अस्पताल अजमेर में दिखाया।
रेलवे अस्पताल में आर्थोपेडिक विभाग में पूरी तरह से चेक अप कर इलाज किया गया जिसके अंतर्गत बाएं घुटने के जोड़ के मल्टी-लिगामेंट इंजरी की सर्जरी की गई जिसमें पूर्ण टियर क्रूसिएट लिगामेंट, मेडियल कोलेटरल लिगामेंट और मेनिस्कस का आंशिक टियर का इलाज शामिल है। इस प्रकार घुटने के जोड़ की आर्थ्रोस्कोपिक पुनर्निर्माण सर्जरी की गई।
हाल ही में, मंडल रेलवे अस्पताल अजमेर के आर्थोपेडिक विभाग को जयपुर से रेलवे अधिकारियों से सबसे उन्नत 4K आर्थ्रोस्कोपी प्रणाली मिली। इस अत्याधुनिक प्रणाली में सबसे उन्नत और परिष्कृत उपकरण हैं, जिनमें शेवर शोधन, द्रव प्रबंधन, रेडियोफ्रीक्वेंसी को एब्लेटर सिस्टम तथा अल्ट्रा हाई डेफिनिशन 4K कैमरा सिस्टम शामिल है। यह कम्पलीट आर्थ्रोस्कोपिक सर्जरी करने के लिए सबसे उन्नत प्रणाली है।
आर्थोपेडिक सर्जन डॉ राज कुमार मीणा द्वारा इस अत्यधिक उन्नत प्रणाली का उपयोग करके रोगी का ऑपरेशन किया गया और डॉ प्रिया गर्ग द्वारा स्पाइनल एपिड्यूरल एनेस्थीसिया दिया गया। मल्टी लिगामेंट आर्थ्रोस्कोपिक रीकंस्ट्रक्शन मंगलवार को सफलतापूर्वक किया गया।
रेलवे अस्पताल में इस सुविधा के कारण, कम से कम रक्त हानि, बेहतर कार्यात्मक परिणाम, रोगियों को तेजी से स्वास्थ्य लाभ के साथ आर्थ्रोकॉपिक सर्जरी की जाती है और अब मरीजों को अजमेर में गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं मिल रही हैं और उन्हें जयपुर, दिल्ली आदि शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं है।