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अनुभवहीन कांग्रेस का सफल बंद, भाजपा नेता को दुकानदार ने लिया आड़े हाथ - Sabguru News
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अनुभवहीन कांग्रेस का सफल बंद, भाजपा नेता को दुकानदार ने लिया आड़े हाथ

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अनुभवहीन कांग्रेस का सफल बंद, भाजपा नेता को दुकानदार ने लिया आड़े हाथ
सिरोही में कांग्रेस के द्वारा आयोजित बंद के दौरान बाजारों में बंद पड़ी दुकानें।
सिरोही में कांग्रेस के द्वारा आयोजित बंद के दौरान बाजारों में बंद पड़ी दुकानें।
सिरोही में कांग्रेस के द्वारा आयोजित बंद के दौरान बाजारों में बंद पड़ी दुकानें।

सबगुरु न्यूज-सिरोही। वाम और दक्षिणपंथी पार्टियों की बंद संस्कति से अनुभवहीन कांग्रेस का सोमवार को पेट्रोल के बढते दाम और महंगाई को लेकर आधे दिन का सिरोही बंद काफी सफल रहा। आम बंद की तरह आंशिक माउण्ट आबू को छोड़कर सवेरे नौ बजे से दोपहर दो बजे तक अधिकांश शहरी और कस्बाई क्षेत्रों में बाजार बंद रहे। पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने खुद यह माना कि उन्हें बंद करवाना नहीं आता है।

सिरोही जिला मुख्यालय पर पूर्व विधायक संयम लोढ़ा और शिवगंज शहर में कांग्रेस जिलाध्यक्ष जीवाराम आर्य ने अखिल भारतीय कांग्रेस के आह्वान पर बंद की कमान संभाली। सिरोही सदर बाजार में बाजार खुलवाने के लिए निकले भाजपा के नवनियुक्त ब्लाॅक अध्यक्ष महिपालंिसह चारण को बुजुर्ग दुकानदार ने ज्ञान देकर रवाना करवा दिया। दो बजे बाद बाजार सामान्य रूप से खुल गए। बंद के दौरान जिले में कहीं भी विवाद की जानकारी सामने नहीं आई है।

सिरोही में अल सुबह पांच बजे बाजार में खुली रेस्टोरेंट को बंद करने का अनुरोध करते पूर्व विधायक संयम लोढ़ा।
सिरोही में अल सुबह पांच बजे बाजार में खुली रेस्टोरेंट को बंद करने का अनुरोध करते पूर्व विधायक संयम लोढ़ा।

-सुबह पांच बजते ही पहुंचे लोढ़ा
पूर्व विधायक संमय लोढ़ा कांग्रेस के आह्वान पर करवाए गए बंद को लेकर सवेरे पांच बजे ही सरजावा दरवाजा पहुंच गए। यहां पर सवेरे-सवेरे खुलने वाली चाय की दुकानों व होटलों से अनुरोध करके दोपहर तीन बजे तक बंद रखने का अनुरोध किया। इससे दुकानदारों ने दूध नहीं लिया। दोपहर बाद दुकानें खुल गई।

आबूरोड में कांग्रेस के बंद के आह्वान के दौरान बाजार बंद करवाते कांग्रेसी नेता।
आबूरोड में कांग्रेस के बंद के आह्वान के दौरान बाजार बंद करवाते कांग्रेसी नेता।

-रैली निकाल करवाया बंद
कांग्रेस जन सवेरे पांच बजे से दोपहर 12 बजे तक तीन बार सिरोही और शिवगंज के बाजारों में बंद करने के अनुरोध के लिए निकले। जिला कांग्रेस की तरफ से सभी व्यापार मंडलों को 7 सितम्बर को ही 10 सितम्बर को बंद को लेकर अनुरोध पत्र भेज दिया गया था।

बाजारों में दुकानदार दुकानें बंद करके बाहर बैठे रहे, जैसे ही दो बजे बाजार खुलने लगे। इस बीच पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने साइकिल पर बैठकर सिरोही में रैली निकाली। बाद में सरजावा चैराहे पर बंद सभा हुई। इसके बाद तीसरी बार कांग्रेसजन बाजारों में रैली के रूप में निकले और खुली हुई कुछ दुकानों को बंद करने का अनुरोध किया।

सिरोही में कांग्रेस के बंद के दौरान गोयली चैराहा पर बंद प्रतिष्ठान।
सिरोही में कांग्रेस के बंद के दौरान गोयली चैराहा पर बंद प्रतिष्ठान।

बंद के दौरान आयोजित सभा को लोढ़ा के अलावा प्रतिपक्ष नेता ईश्वरसिंह डाबी, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष हेमलता शर्मा, एससी अध्यक्ष गलबाराम गोयल, उपभोक्ता भंडार अध्यक्ष जितेन्द्र ऐरन, अल्पसंख्यक जिलाध्यक्ष मारुफ हुसैन, आईटी सेल के संयोजक राजेन्द्र माली, सुजानसिंह सोलंकी, सुरेन्द्रसिंह सांखला, बालूराम छीपा, जैसाराम मेघवाल, शंकरलाल गोयल, प्रकाश प्रजापति, गोपीलाल मेघवाल, महेन्द्र मेवाडा, नैनाराम माली, प्रकाश धवल, कुलदीप रावल, हरीओम दत्ता, जयकिशन, विश्नोई आदि ने संबोधित किया।
इस दौरान अभयसिंह धांता, प्रतापसिंह नून, विनोद देवडा, बाबू खान, राजेन्द्र जाखोडा, जितेन्द्र आचार्य, गणपतसिंह वेलांगरी, विनोद मीणा, गोपाल माली, भूवनेश माली, एडवोकेट प्रकाश प्रजापति, लक्ष्मण हीरागर, अशोक मेघवाल, तेजाराम मेघवाल, मोहन मेघवाल, देवराज टांक, कैलाश कंसारा, राजेश हरण, महेन्द्र चैहान, शंकरलाल माली, प्रवीणसिंह देवडा, जावेद कुरैशी, जगदीश माली, बाबूलाल माली मौजूद थे। सभा का संचालन जितेन्द्र सिंघी ने किया। ब्लाॅक अध्यक्ष किशोर राजपुरोहित ने सभी का आभार ज्ञापित किया।
बंद के दौरान रूकमणी देवासी, सीता पुरोहित, पूर्व प्रधान हंजा मेघवाल, गिरीश कलावंत, पुरुषोत्तम प्रजापत, अंकुर रावल, युसूफ मंसूरी, धनराज माली, मनोज प्रजापत, गोविंदसिंह नारादरा, दशरथ नरूका, हिम्मत घडिया, गोवाराम मेघवाल, देवाराम जामोतरा, दिनेश वैष्णव, जोगाराम मेघवाल, नंदकिशोर चारण, महिपालसिंह, पदमाराम चैधरी, बद्री पटेल, नारायण डाबी, रमजान, अर्जुन हीरागर आदि रैली में भी पहुंचे। कयूम खान, मुश्ताक रामपुरा, जब्बरसिंह, दलपत पटेल, देवेन्द्र सेन, लेखराज ओझा, दीपाराम चैधरी आदि उपस्थित थे।

-भाजपा मंडल अध्यक्ष को बुजुर्ग ने सुनाए बोल
भाजपा के नवनियुक्त मंडल अध्यक्ष महिपालसिंह चारण अपने साथी जब्बरसिंह के साथ सोमवार सवेरे दुकानदारों से दुकानें खुली रखने का कहने को निकले। नीलवणी चैक पर ही उनकी एक जूते की दुकान वाले बुजुर्ग ने उनको खरी-खरी सुनानी शुरू कर दी। बुजुर्ग ने कहा महंगाई बढ़ रही थी तब तो आप नहीं आए।

तुम राजनीति करने आते हो। वहीं खड़े भाजपा पार्षद ने तो यहां तक कह दिया कि छह सितम्बर के बंद के दौरान तो बाजार खुलवाने नहीं आए। हमारी मर्जी होगी तो दुकान खोलेंगे वरना नहीं खोलेंगे। वैसे चारण एक दिन पहले वेंडर्स एसोसिएशन से भी बंद नहीं रखने की बात करने के लिए गए थे, लेकिन वहां भी उन्हें मायूस होना पड़ा। वैसे भाजपा के कुछ नेता
-वेंडर्स ने बंद भी किया और खाना भी खिलावाया
वेंडर्स एसोसिएशन का बंद को सहयोग भाजपा के लिए खतरे की घंटी है। वेंडर्स ने लोढ़ा के अनुरोध पर न सिर्फ अल सुबह से ही सभी लारियां बंद रखी बल्कि लोढ़ा के सम्मान में गोठ का भी आयोजन किया। वेंडर एक्ट के तहत सिरोही के वेंडर्स को हटाने की शुरूआत हो चुकी थी।

उस समय वेडर्स ने भाजपा के सभी नेताओं से बात की, लेकिन कोई उनकी मदद नहीं कर पाया। इस पर वे संयम लोढ़ा से मिले तो उन्होंने वेंडर्स की मदद की। वेंडर्स ने सोमवार को लोढ़ा के बंद के अनुरोध को स्वीकार करते हुए एक भी हाथ लारी, खोमचा और ठेला नहीं लगाया। सभी ने इस छुट्टी का आनन्द लेने के लिए निकटवर्ती सारणेश्वर मंदिर में गोट का आयोजन किया और लोढ़ा को इसमें विशेष रूप से आमंत्रित किया।

शिवगंज में कांग्रेस के बंद के दौरान बंद बाजार।
शिवगंज में कांग्रेस के बंद के दौरान बंद बाजार।

-शिवगंज आबूरोड में भी सफल बंद
जिले की व्यावसायिक नगरी शिवगंज और पर्यटन बेस आबूरोड में भी बंद प्रभारी पारसाराम मेघवाल के नेतृत्व में बंद का अच्छा खासा असर नजर आया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष जीवाराम आर्य के नेतृत्व मंे कांग्रेसजन शिवगंज बाजार में बंद में सहयोग के लिए बाजारों में घूमे और दो बजे तक बाजार बंद रखने में सहयोग का अनुरोध किया। वहीं आबूरोड में कांग्रेस नेताओं ने बंद को सफल रखा।
-और कसमसाते रहे व्यापारी
वैसे दैनिक रोजगार वाले ग्रामीणों को कांग्रेस के इस बंद में परेशान नहीं किया गया। वहीं किसानों द्वारा रविवार को अमावस के बाद सोमवार को सब्जी लाने पर भी उन्हें बेचने से रोका नहीं गया। लेकिन, बंद के दंश से व्यापारी कसमसाते जरूर नजर आए। कुछ व्यापारी प्रतिदिन के हिसाब से भी किराया देते हैं।

ऐसे एकाध व्यापारी बंद नहीं करने की मजबूरी बताने पर उन्हें भी छोड़ा गया, लेकिन इसके बावजूद लगभग पूरा बाजार बंद रहा। जिससे व्यापारियों को प्रतिदिन का किराया भी निकालना मुश्किल हुआ। व्यापारियों की एक ही व्यथा थी कि हर पार्टी को शिकायत सरकार से होती है और वह बंद बाजार की दुकानें करवाती हैं, जबकि सरकार से जुडे प्रतिष्ठानों को बंद करवाया जाना चाहिए।

देखिये…सिरोही में बंद के दौरान के वीडियो…