नई दिल्ली। सर्च इंजन गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (Google CEO) भारतीय मूल के सुंदर पिचाई को नई जिम्मेदारी मिली है और अब वह गूगल की प्रवर्तक कंपनी अल्फाबेट के सीईओ होंगे।
गूगल को खड़ा करने वाले लैरी पेज और सगेई ब्रिन ने परिवार को समय देने की बात कहकर अपने पद छोड़ दिए हैं और अब यह जिम्मेदारी 47 वर्षीय सुंदर पिचाई पर डाल दी गई है।
विश्व में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में क्रांति की जनक के रूप में स्थापित गूगल की स्थापना 1997 में हुई। गूगल के विस्तार के बाद 2015 में कंपनी से जुड़े सभी प्रोजेक्ट की देखरेख के लिए अल्फाबेट का गठन किया गया।
अल्फाबेट के सीईओ लैरी पेज और सगेंई ब्रिन ने पद छोड़ने का कारण बताते हुए एक लंबा पत्र लिखा और सुंदर पिचाई के हाथ में अपनी जिम्मेदारी सौंपने का एलान किया। दोनों ने हालांकि कहा है कि वह कंपनी के निदेशक मंडल का हिस्सा और आवश्यकता महसूस रहने पर कंपनी के साथ निरंतर जुड़े रहेंगे।
चिट्ठी में लिखा गया है कि अब कंपनी का काफी विस्तार हो चुका है और इसे देखते हुए अब दो सीईओ की जरुरत नहीं रह गई है। गूगल के संस्थापकों की तरफ से कंपनी के कर्मचारियों को यह पहली चिट्ठी लिखी गई है। वर्ष 2004 के बाद गूगल संस्थापकों ने चिट्ठी के माध्यम से अपनी बात विश्व के समक्ष रखी।
सर्च इंजन के रूप में शुरुआत करने वाले गूगल ने 2004 के बाद तेजी से विस्तार किया। सर्च इंजन के बाद गूगल मैप, गूगल फोटो, यू-ट्यूब, गूगल डिवाइस और गूगल क्लाउड और कई अन्य सह कंपनियां गठित की गईं जो सभी अल्फाबेट की बैनर तले काम कर रही हैं।