लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिये ट्रस्ट की घोषणा करने के तुरन्त बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयाेध्या के रोनाही में सुन्नी वक्फ बोर्ड के लिये पांच एकड़ जमीन देने की घोषणा कर दी।
केंद्र सरकार ने उच्चतम न्यायालय के आदेश पर ट्रस्ट का गठन किया है। मंदिर के पक्ष में फैसला देते हुये पिछले नौ नवम्बर को उच्चतम न्यायालय ने तीन महीने में ट्रस्ट के गठन का आदेश दिया था। उच्चतम न्यायालय ने अयाेध्या में ही सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ जमीन देने का भी आदेश दिया था।
इसी आदेश के तहत वक्फ बोर्ड को रोनाही में पांच एकड़ जमीन दी गई है जो लखनऊ अयोध्या राजमार्ग पर है और अयोध्या की 14 कोसी परिक्रमा से दूर है। मंदिर के पक्ष में आंदोलन कर रहे साधु संतों का कहना था कि मस्जिद के लिये जमीन 14 कोसी परिक्रमा के अन्दर नहीं दी जा सकती।
उत्तर प्रदेश कैबिनेट की बुधवार को हुई बैठक में मुस्लिम पक्ष को रोनाही में जमीन देने का फैसला लिया गया। इसबीच श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अघ्यक्ष और मणिराम छावनी के महंत नृतय गोपाल दास, हिंदू धाम के महंत रामविलास वेदांती, दिगम्बर अखाड़ा के महंत सुरेश दास और जानकी दास बड़ा स्थान के महंत परमहंस दास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। श्री रामजन्म भूमि के पुजारी सत्येन्द्र दास ने ट्रस्ट के गठन का स्वागत किया है और कहा है कि अब जल्द ही भव्य राम मंदिर बनेगा।