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Sunrise of Mount abu, After 33 years later on sunday afternoon - Sabguru News
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33 साल बाद रविवार दोपहर को हुआ माउण्ट आबू का ‘सूर्योदय’

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33 साल बाद रविवार दोपहर को हुआ माउण्ट आबू का ‘सूर्योदय’
सिरोही के निकट बामनवाडज़ी में माउण्ट आबू के बिल्डिंग बायलॉज की घोषणा करते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत।
सिरोही के निकट बामनवाडज़ी में माउण्ट आबू के बिल्डिंग बायलॉज की घोषणा करते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत।

सबगुरु न्यूज-सिरोही। माउण्ट आबू वासियों के लिए रविवार की दोपहर को 33 साल बाद सूर्योदय हुआ। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बामनवाड़ जी में आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में राजस्थान के ईको सेंसेटिव जोन माउण्ट आबू के लिए बिल्डिंग बायलॉज को लागू करने की घोषणा कर दी है।

राज्य सरकार ने इसे शनिवार को ही अधिसूचित कर दिया था। इसके बाद माउण्ट आबू में पिछले 33 सालों से न्यायालय के आदेशों से चल रही भवन निर्माण पर पाबंदी हट जाएगी।
-तीन साल से अटका बायलॉज तीन बैठक में पास
माउण्ट आबू वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के अंदर स्थित शहरी और ग्रामीण आबादी क्षेत्रों में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जून 2009 में ईको सेंसेटिव जोन घोषित कर दिया गया था। इसके तहत माउण्ट आबू का जोनल मास्टर प्लान बनने तक भवन निर्माण, नवनीकरण, एडीशन अल्ट्रेशन आदि पर रोक लग गई थी।

सिर्फ मॉनीटरिंग कमेटी की अनुमति से मरम्मत की जा सकती थी। जोनल मास्टर प्लान 2011 में लागू किया जाना था। लेकिन, यह 2015 में लागू हो पाया। इसके बाद इसके बाद भी निर्माण की पाबंदी तब तक नहीं हट सकती थी जब तक बिल्डिंग बायलॉज नहीं बनता।

यह बिल्डिंग बायलॉज भी बन गया, लेकिन इसे तीन साल तक लटकाए रखा गया। सरकार बदलने पर भी यह लाू नहीं हुआ। तब बायलॉज के लिए माउण्ट आबू को 4 दिन तक बंद रखने वाली आबू संघर्ष समिति और नव निर्मित होटल एसोसिएशन ऑफ माउण्ट आबू के सदस्यों ने रानीवाड़ा के पूर्व विधायक रतन देवासी के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की।

उन्हें इसके तकनीकी पहलु बताए। जिसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आदेश पर तीन साल से अटका बिल्डिंग बायलॉज तीन बैठकों में पास करके शनिवार को अधिसूचित कर दिया गया।
-जालोर में करनी थी घोषणा
माउण्ट आबू के बिल्डिंग बायलॉज की घोषणा मुख्यमंत्री को जालोर में करनी थी, लेकिन रात में ही उनका सिरोही में कार्यकर्ता सम्मेलन करने का भी निर्णय हो गया। ऐसे में उन्होंने इसकी घोषणा सिरोही में कार्यकर्ता सम्मेलन में ही करने को कहा।

बामनवाडज़ी में रविवार को हुए सम्मेलन में भी रतन देवासी ने इस ओर मुख्यमंत्री का ध्यानाकर्षित करवाया। उनके पास पर्ची भेजी। लेकिन, पर्ची मंच पर घूमती रही। मुख्यमंत्री अपना उद्बोधन समाप्त करके बायलॉज की घोषणा करे बिना ही डायस से मुड़े तो रतन देवासी उनके पास गए। उन्होंने फिर से पर्ची पकड़ाई। फिर मुख्यमंत्री ने मुडक़र गोशालाओं में गायों के अनुदान बढ़ाने और माउण्ट आबू का बिल्डिंग बायलॉज लागू करने की घोषणा की।
-आचार संहिता से पहले अधिसूचना जारी
रविवार शाम को चुनाव आयुक्त द्वारा लोकसभा चुनावों की घोषणा के बाद आचार संहिता लागू हो गई है। आचार संहिता लागू होने के कारण अभी नगर पालिका की भवन निर्माण समिति तथा बोर्ड की बैठक आयोजित नहीं की जा सकेगी। बिल्डिंग बायलॉज लागू होने के बाद माउण्ट आबू में आवासीय, वाणिज्यिक, संस्थागत भवनों के निर्माण के जो अधिकारी न्यायालयों के आदेशानुसार विभिन्न समितियों के पास थे वह अब माउण्ट आबू नगर पालिका के पास आ जाएंगे।

 माउण्ट आबू का बिल्डिंग बायलॉज लागू होने के बाद एम के चौराहे पर एकत्रित हुए आबू संघर्ष समिति के पदाधिकारी।

माउण्ट आबू का बिल्डिंग बायलॉज लागू होने के बाद एम के चौराहे पर एकत्रित हुए आबू संघर्ष समिति के पदाधिकारी।

-खुशी में छोड़े पटाखे
माउण्ट आबू का बिल्डिंग बायलॉज लागू होने की सूचना पर माउण्ट आबू में हर्ष का माहौल बन गया। शाम को आबू संघर्ष समिति के सदस्य व नागरिक एम के चौराहे पर एकत्रित हुए। वहां पर इन्होंने पटाखे छोड़े और मिठाई बांटी।