नयी दिल्ली । उच्चतम न्यायालय राफेल लड़ाकू विमान करार मामले में अपने फैसले की समीक्षा के लिए गुरुवार को सहमत हो गया। वकील प्रशांत भूषण ने मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली खंडपीठ के समक्ष मामले का विशेष उल्लेख किया।
न्यायमूर्ति गोगोई ने कहा, “हम मामले को सूचीबद्ध करने के लिए कुछ करेंगे, इसके लिए पीठ गठित होनी है।” भूषण ने सरकार की ओर से हलफनामा में गलत जानकारी देने (परजुरी) के आधार पर फैसले की समीक्षा की मांग की है। गौरतलब है कि पूर्व केंद्रीय मंत्रियों यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी तथा भूषण ने राफेल मामले में न्यायालय के गत वर्ष दिसम्बर के फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है।