नई दिल्ली। सुप्रीमकोर्ट ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदम्बरम के सांसद पुत्र कार्ति चिदम्बरम को बुधवार को राहत प्रदान करते हुए विदेश यात्रा के तौर पर जमा 10 करोड़ रुपए वापस लेने की अनुमति दे दी। कार्ति ने इस साल के प्रारम्भ में विदेश में टेनिस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए जमानत राशि के तौर पर 10 करोड़ रुपए जमा कराए थे।
मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे, न्यायमूर्ति इंदु मल्होत्रा और न्यायमूर्ति हृषिकेश राय की पीठ ने कार्ति चिदम्बरम की ओर से पेश केवी विश्वनाथन की संक्षिप्त दलीलें सुनने के बाद गारंटी के तौर पर जमा 10 करोड़ रुपए रजिस्ट्री से वापस लेने की अनुमति प्रदान कर दी।
इससे पहले सुनवाई के दौरान विश्वनाथन ने कहा था कि कार्ति ने दो बार विदेश जाने के लिए जमानत राशि के तौर पर 10-10 करोड़ रुपए सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री में जमा कराए थे, लेकिन काफी समय बीत जाने के बावजूद रुपए उसे लौटाए नहीं गए हैं।
गौरतलब है कि पिछली सुनवाई के दौरान न्यायालय ने प्रवर्तन निदेशालय को कार्ति की रकम वापस करने संबंधी याचिका पर नोटिस जारी करके जवाब देने को कहा था।