नई दिल्ली। तहलका के पूर्व एडिटर इन चीफ और पत्रकार तरूण तेजपाल के खिलाफ दुष्कर्म मामले की सुनवाई कर रही उच्चतम न्यायालय की खंडपीठ के एक न्यायाधीश एल नागेश्वर राव ने कोई कारण बताए बिना सोमवार को खुद को सुनवाई से अलग कर लिया।
न्यायाधीश राव ने कहा कि मैं इस मामले में सुनवाई से खुद को अलग कर रहा हूं। अब इस मामले की सुनवाई उच्चतम न्यायालय की नई खंडपीठ करेगी। अभी इस मामले में उच्चतम न्यायालय ने कोई तारीख तय नहीं की है लेकिन अब एक से दो हफ्ते में यह फैसला लिया जाएगा कि मामले की सुनवाई कौन सी पीठ में की जाएगी।
अभियोजन पक्ष के अनुसार तेजपाल पर उसके संस्थान में काम करने वाली एक महिला पत्रकार ने रेप का आरोप लगाया था। यह घटना सात-आठ नवंबर 2013 की है जब एक कार्यक्रम में गोवा के एक पांच सितारा होटल में इस घटना को अंजाम दिया गया था।
तेजपाल को पुलिस ने 30 नवंबर 2013 को गिरफ्तार किया था। उसके खिलाफ भारतीय दंड़ संहिता की विभिन्न धाराओं – 376 (बलात्कार) और 354 (महिला की अस्मिता के साथ खिलवाड़) में मुकदमा चल रहा है। निचली अदालत ने 18 फरवरी 2014 को उसके खिलाफ आरोप तय किए थे।
तेजपाल इस समय जमानत पर है अौर अगर उसे इस मामले में दोषी करार दिया जाता है तो उसे कम से कम पांच वर्ष जेल की सजा भुगतनी होगी।