सूरत। देश में जम्मू-कश्मीर के कठुआ में नाबालिग बच्ची से गैंगरेप को लेकर मच रहे हल्ले के बीच गुजरात के सूरत से एक ऐसा ही दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। सूरत में एक 11 साल की बच्ची का शव बरामद हुआ है।
बच्ची के शरीर पर चोट के 100 के करीब (86) निशान मिले हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार बच्ची के प्राइवेट पार्ट में भी चोट के निशान हैं, जिससे रेप की आशंका भी जताई जा रही है।
बच्ची के शरीर पर पाए गए चोट के निशान से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि उसे कम से कम सात दिन तक टॉर्चर किया गया होगा। सैंपल को फॉरेंसिक जांच के लिए लिए भेज दिया गया है। जांच रिपोर्ट से ही खुलासा होगा कि बच्ची का यौन उत्पीड़न किया गया है या नहीं।
बच्ची के शरीर पर मिले चोट के ज्यादातर निशान लकड़ी के डंडे के हैं। सूरत सिविल अस्पताल के फॉरेंसिक हेड ने कहा कि बच्ची को आखिरकर गला घोंटकर मारा गया है। अस्पताल के फॉरेंसिक हेड गणेश गोवेकर ने कहा कि पोस्टमॉर्मट रिपोर्ट के दौरान हमने पाया कि शरीर पर जो चोट के निशान हैं वह एक से सात दिन पुराने हैं। कुल 86 चोट के निशान पाए गए हैं।
गौरतलब है कि सूरत के भेस्तान इलाके में एक ग्राउंड में 6 अप्रेल को पुलिस को 11 साल की बच्ची का शव मिला था, जिसकी अब तक शिनाख्त नहीं हुई है। पुलिस अधिकारी केबी झाला ने बताया कि 6 अप्रेल की सुबह मॉर्निंग वॉक के दौरान बच्ची का शव देखा गया था और इसके बाद उन्होंने पुलिस को इसकी खबर मिली।
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही कठुआ और उन्नाव में हुई रेप की वारदातों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी चुप्पी तोड़ी थी. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा है था कि ऐसी घटनाएं शर्मसार करती हैं और बेटियों को इंसाफ मिलेगा।
पीएमओ इंडिया के ट्वीट के अनुसार पीएम मोदी ने कहा कि जिस तरह की घटनाएं हमने बीते दिनों में देखीं हैं, वो सामाजिक न्याय की अवधारणा को चुनौती देती हैं। पिछले दो दिनों से जो घटनाएं चर्चा में हैं वो निश्चित रूप से किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मनाक हैं। एक समाज के रूप में, एक देश के रूप में हम सब इसके लिए शर्मसार है।