सूरत। गुजरात में सूरत शहर के सरथाणा क्षेत्र में शुक्रवार को एक इमारत के ट्यूशन क्लास रूम में अचानक भीषण आग लग गई। इस हादसे में 17 विद्यार्थियों की मौत हो गई तथा 17 विद्यार्थी घायल हो गए। यह बहुत ही खौफनाक दृश्य था और छात्रों के साथ एक शिक्षक की मौत की भी खबर सामने आई है अभी तक इस आग के लगने का पता नहीं चला है।
आग इतनी भीषण थी कि भवन की पांचवीं मंजिल से नीचे आने का कोई रास्ता नहीं बचा। आग से बचने के लिए कई विद्यार्थियों ने भवन से नीचे छलांग लगा दी। दमकलकर्मी जब तक कुछ मदद की स्थिति में आते तब तक बडी संख्या में विद्यार्थियों को चपेट में ले चुकी थी। मौके पर जमा भीड भी असहाय सी खडी नीचे कूद रहे छात्रों की मदद नहीं कर सकी।
30 से 40 बच्चे घायल
अग्निशमन अधिकारी ईश्वरभाई पटेल ने बताया कि पांच मंजिली तक्षशिला आर्केड की दूसरी मंजिल पर चल रहे ट्यूशन क्लास में अपराह्न अचानक आग लग गई। सूचना मिलते ही दमकल की 21 गाडियों के साथ दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे।
दमकल कर्मी भवन में फंसे ट्यूशन क्लास के विद्यार्थियों को बचाने और आग बुझाने में लगे हुए हैं। इस दौरान 17 छात्रों की मौत हो गई तथा 17 अन्य घायल या झुलस गए। घायल और झुलस गए विद्यार्थियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बारह विद्यार्थियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस दुर्घटना पर दुख जताया है और कहा है कि वह शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और कामना करते हैं कि घायल और झुलसे लोग जल्द ठीक हो जाएं। उन्होंने गुजरात सरकार और स्थानीय अधिकारियों से प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए कहा है।
राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये सहायता राशि देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने जांच के आदेश दिए हैं और तीन दिन में घटना की रिपोर्ट पेश करने को कहा है। मुख्यमंत्री सूरत पहुंचने वाले हैं।