नयी दिल्ली | केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास की पटरी पर आने का विश्वास व्यक्त करते हुए आज कहा कि कारोबार की दिक्कतों को दूर किया जाएगा और निर्यातकों के साथ पूरा सहयोग होगा।
प्रभु ने यहां अपने मंत्रालय की चार साल की उपलब्धियों का ब्योरा देते हुए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दिखाई दे रहे हैं। निर्यात में सुधार हो रहा है और मुद्रास्फीति नियंत्रण में है। घरेलू स्तर पर कारोबार संबंधी प्रक्रियाओं को आसान करने से रोजगार के अवसर सृजित किये गये हैं।
उन्होेंने कहा कि घरेलू स्तर पर कारोबार को आसान बनाने की प्रक्रिया लगातार चल रही है और सरकार ने बहुत से कदम उठाए हैं। निर्यातकों के साथ पूरा सहयोग किया जा रहा है और उनकी हरसंभव मदद की जा रही है। सरकार एक एकीकृत लॉजिस्टिक विभाग का गठन करने पर कार्य कर रही है, ताकि माल परिवहन की लागत को कम किया जा सके। विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) नीति का अध्ययन करने के लिए एक समूह का गठन किया है। यह समूह सेज नीति का अध्ययन करेगा और आर्थिक परिदृश्य में निर्यातकों की जरूरतों के मुताबिक सुझाव देगा। इसके अलावा सेज नीति को डब्ल्यूटीओ के अनुकूल बनाया जाएगा।