SABGURU NEWS | नयी दिल्ली वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने आज नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार सँभाल लिया और कहा कि भारतीय विमानन क्षेत्र में अपार संभावनाएँ हैं तथा यह तेजी से सभी सीमाओं को पार कर रहा है।
तेलगु देशम् पार्टी के अशोक गजपति राजू के केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद श्री प्रभु को नागरिक उड्डयन मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
श्री प्रभु साढे बारह बजे राजीव गाँधी भवन स्थित नागरिक उड्डयन मंत्रालय पहुँचे और कार्यभार ग्रहण किया। इसके बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “भारतीय विमानन क्षेत्र पिछले चार साल में सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है। खुले आकाश की नीति के बाद इसने गति पकड़ी थी और मोदी सरकार में यह तेजी से सभी सीमाओं को पार कर रहा है। अब इसे अॉटो पायलट में लाने की जरूरत है।”
उन्होंने कहा कि विमानन क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएँ हैं। जिस तेजी से यह बढ़ रहा है, आने वाले समय में एक हजार से ज्यादा विमान खरीदने की जरूरत होगी। अब विमानन क्षेत्र परिवहन के दूसरे माध्यमों से भी प्रतिस्पर्धा कर रहा है। इससे आम आदमी और उद्योग दोनों को फायदा होगा। श्री प्रभु ने कहा कि लॉजिस्टिक में मामले में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के साथ नागरिक उड्डयन मंत्रालय का तालमेल बढाया जाएगा।
इस मौके पर नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा, मंत्रालय के सचिव राजीव नयन चौबे, भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष गुरुप्रसाद महापात्रा तथा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
कार्यभार सँभालने के बाद श्री प्रभु ने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आधे घंटे से ज्यादा बैठक की। इसके बाद उन्होंने श्री सिन्हा, श्री चौबे और नागर विमानन महानिदेशक बी.एस. भुल्लर के साथ अलग से बैठक की।