नयी दिल्ली । नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने वित्तीय संकट से गुजर रही निजी विमान सेवा कंपनी जेट एयरवेज से जुड़े मुद्दों की समीक्षा के आदेश दिये हैं।
प्रभु ने मंगलवार को ट्वीट कर बताया “नागर विमानन सचिव को निर्देश दिया है कि वह जेट एयरवेज से जुड़े मुद्दों की समीक्षा करें – विशेषकर बढ़ते किराये और रद्द होती उड़ानों के बारे में। उनसे यात्रियों के अधिकारों की रक्षा और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। साथ ही उन्हें सभी हितधारकों के साथ मिलकर उनकी स्थिति ठीक करने के लिए काम करने का भी निर्देश दिया गया है।”
उल्लेखनीय है कि पिछले कैलेंडर वर्ष की चार तिमाहियों में 4244 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान उठा चुकी एयरलाइन ठप होने की कगार पर आ गयी है। कुछ महीने पहले तक 120 विमानों का परिचालन करने वाली कंपनी के अभी 10 से भी कम विमान उड़ान भर रहे हैं। उसे कर्ज देने वाले बैंकों ने ऋण समाधान प्रक्रिया शुरू कर दी है जिसके तहत कंपनी की 75 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए बोली आमंत्रित की गयी है।