नयी दिल्ली । केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने सोमवार को कहा कि नागरिकों की निजता और जानकारियों (डाटा) के स्वामित्व के संरक्षण की चुनौतियों से निपटने के लिए कानूनी प्रणाली और नियामक प्रणाली को मजबूत बनाया जा रहा है।
प्रभु ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि डाटा की सुरक्षा के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल करने के साथ साथ उचित नियमन आैर सुधारात्मक कदम भी उठाये जाएगें। उन्हाेंने कहा कि भारत में अमेरिका और चीन से ज्यादा डाटा का लेन देन होता है और इसे विश्व की छह शीर्ष कंपनियां मूल्यवर्धन के साथ इसका इस्तेमाल करती हैं।
कार्यक्रम में मौजूद सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहाकार प्रो. के. विजय राघवन ने कहा कि सरकार ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता के इस्तेमाल के लिए राष्ट्रीय नीति तय करने के कदम उठायें हैं और संबंधित प्रक्रियाओं को सरल बनाया जा रहा है। उन्होेंने कहा कि मानव इतिहास में पहली बार मशीनें निर्णय कर रही है। चुनौती इन निर्णयों से निपटने की है।