नई दिल्ली। चेन्नई सुपरकिंग्स के स्टार बल्लेबाज सुरेश रैना ने उनके आईपीएल छोड़कर दुबई से भारत लौटने को लेकर उठी तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए टीम के मालिक एन श्रीनिवासन को पिता तुल्य बताया और कहा कि वह फिर से चेन्नई कैम्प में लौट सकते हैं।
रैना ने उनके अचानक भारत लौटने पर उठी तमाम चर्चाओं पर विराम लगाते हुए क्रिकबज से विशेष साक्षात्कार में कहा कि वह सिर्फ निजी कारणों से स्वदेश लौटे थे और टीम के कप्तान माही भाई (महेंद्र सिंह धोनी) के साथ उनका कोई मतभेद नहीं था।
उनके वापस लौटने पर श्रीनिवासन की कड़ी प्रतिक्रिया पर रैना ने कहा कि वह उनके लिए पिता समान हैं। उन्होंने कहा कि एक बाप अपने बच्चे को डांट सकता है। उन्होंने साथ ही संकेत दिया कि वह चेन्नई कैम्प में लौट सकते हैं और अभी अगले चार-पांच वर्षों तक आईपीएल खेल सकते हैं।
33 वर्षीया रैना ने उनके तथा चेन्नई टीम के बीच किसी भी तरह के विवाद और भेदभाव की खबरों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि वह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में पंजाब में अपने फूफा की मौत के बाद अपने युवा परिवार को लेकर चिंता के कारण स्वदेश लौटे थे लेकिन अब वह आईपीएल में अपनी टीम के पास लौट सकते हैं।
रैना ने भारत लौटने के कारणों को स्पष्ट करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से निजी फैसला था और वह अपने परिवार के कारण भारत लौटे थे। उन्होंने कहा कि मेरे परिवार में कुछ ऐसा हुआ था जिसके लिए मेरा लौटना बहुत जरूरी था। चेन्नई सुपरकिंग्स टीम भी मेरा परिवार है और माही भाई मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। मेरे लिए यह फैसला लेने बहुत मुश्किल था।
रैना ने कहा कि सीएसके और मेरे बीच कोई मतभेद नहीं है। कोई भी 12.5 कराेड़ रुपए से मुंह फेरकर बिना ठोस कारण के वापस नहीं लौटेगा। मैं भले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुका हूं लेकिन मैं अभी भी युवा हूं और अगले चार-पांच वर्षों तक आईपीएल में उनके लिए खेलना चाहता हूं।
उन्होंने अपने टीम मालिक श्रीनिवासन की कड़ी प्रतिक्रिया को लेकर कहा कि जब उन्होंने (श्रीनिवासन) यह प्रतिक्रिया दी थी तब वह मेरे वापस लौटने का असली कारण नहीं जानते थे। जब उन्हें असली कारण के बारे में पता चला तब उन्होंने मुझे एक संदेश भी भेजा। हमने इसके बारे में बातचीत की। सीएसके और मैं इस मुद्दे को छोड़कर आगे बढ़ना चाहते हैं।
रैना ने सीएसके के साथ अपने भविष्य पर कहा कि मैं क्वारंटीन के दौरान भी प्रशिक्षण ले रहा था। आप नहीं जानते कि आप मुझे फिर से वहां कैम्प में देख भी सकते हैं।
रैना ने पहली बार जैव सुरक्षा वातावरण में खेलने को लेकर कहा कि टीम प्रबंधन और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड सभी को सुरक्षित रखने के लिए बहुत सराहनीय कार्य कर रहा है। ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं आई थी और यह हर किसी के लिए नया माहौल है।
यह अत्यधिक सुरक्षित वातावरण है और कोई भी कहीं भी नहीं जा सकता है। हम सभी हमारे कमरों के अंदर थे और बाहरी लोगों के साथ संपर्क में नहीं थे। प्रत्येक दो दिन पर कोरोना वायरस की जांच हो रही थी।
उन्होंने जैव सुरक्षा वातावरण में सहज महसूस नहीं कर पाने की रिपोर्टों पर कहा कि घर में मेरा एक युवा परिवार है और मुझे इस बात की चिंता थी कि अगर मुझे कुछ हो गया तो उनका क्या होगा? मेरे लिए मेरा परिवार सबसे महत्वपूर्ण है और वर्तमान समय में मुझे वास्तव में उनकी चिंता है। मैंने अपने बच्चों को 20 दिनों से अधिक समय से नहीं देखा है। वापस लौटने पर भी मैं उनसे नहीं मिल पाया हूं क्योंकि मैं क्वारंटीन में हूं।
रैना ने अपने फूफा के साथ घटी दुर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर कहा कि पठानकोट की घटना भयानक थी और हमारे परिवार के सभी लोग इससे बहुत परेशान हैं। यह मेरी जिम्मेदारी थी कि मैं वापस आकर उनका ख्याल रखूं। लेकिन जब से मैं यहां लौटा हूं क्वारंटीन में हूं। मुझे अभी भी मेरे माता-पिता और मेरी बुआ से मिलना बाकी है।
उन्होंने सीएसके के कई सदस्यों के काेरोना संक्रमित होने को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यह बहुत परेशान करने वाली चीज है। यह बहुत ही घातक बीमारी है और अगर इतनी सावधानियों के बाद भी स्टाफ संक्रमित हो जा रहे हैं तो समझ में आता है कि यह कितना बुरा साबित हो सकता है। यह किसी के साथ भी हो सकता है। मैं उम्मीद करता हूं कि सभी जल्द स्वस्थ हो जाएंगे।