पटना। हिंदी फिल्म के अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच के लिए मुंबई गई बिहार पुलिस की टीम आज वापस लौट आई और दावा किया कि उसने अब तक जो जानकारी जुटाई है वह केंद्रीय जांच ब्यूरो की जांच में अहम साबित होगी।
बिहार पुलिस के चार अधिकारियों की टीम मुंबई से लौटने के बाद यहां हवाईअड्डे पर कहा कि वहां काम करना काफी मुश्किल था लेकिन अपने वरिष्ठ अधिकारियों का उन्हें पूरा समर्थन मिला, जिससे वह वहां कुछ काम कर सके। उन्होंने कहा कि मुंबई में इस मामले से संबंधित जो जानकारी उन्होंने जुटाई है वह सीबीआई जांच में अहम साबित होगी।
टीम के सदस्यों ने कहा कि बिहार से उनके वरिष्ठ अधिकारियों का आदेश मिला, जिसके बाद वे पटना लौट आए। उन्होंने अपनी जांच में मिले तथ्यों के बारे में कुछ भी बताने से इनकार किया और कहा कि यह मामला अब सीबीआई के पास है इसलिए इस बारे में ज्यादा बताना संभव नहीं है।
बिहार से गई चार अधिकारियों की पुलिस टीम को मुंबई पुलिस से कोई सहयोग नहीं मिला, इसके बावजूद टीम ने पिछले 11 दिनों में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के बैंक खातों की जांच करने के साथ ही करीब 12 लोगों से पूछताछ कर अहम जानकारी जुटाई है।
टीम आज ही पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक उपेंद्र कुमार से मिलेगी और जांच से संबंधित रिपोर्ट उन्हें सौंपेगी। ऐसा समझा जाता है कि इस रिपोर्ट के आधार पर बिहार सरकार सर्वोच्च न्यायालय में अपना जवाब दाखिल करेगी।
गौरतलब है कि सुशांत सिंह राजपूत के पिता कृष्ण कुमार सिंह के आवेदन के आधार पर पटना के राजीव नगर थाने में अभिनेत्री एवं सुशांत की गर्लफ्रैंड रही रिया चक्रवर्ती के खिलाफ सुशांत को प्रेम में फंसा कर उसके पैसे ऐंठने और आत्महत्या के लिए उकासने के आरोपों के तहत कांड संख्या 241/20 दर्ज की गई है।
मामला भारतीय दंड विधान की धारा 341, 342, 380, 406, 420, 306, 506 और 120 (बी) के तहत दर्ज किया गया है। दर्ज प्राथमिकी में रिया चक्रवर्ती के अलावा इंद्रजीत चक्रवर्ती, संध्या चक्रवर्ती, शोविक चक्रवर्ती, सैमुएल मिरंडा और श्रुति मोदी को नामजद अभियुक्त बनाया गया है।
इसके बाद दर्ज प्राथमिकी के आधार पर बिहार पुलिस की एक टीम मुंबई भेजी गई। टीम का नेतृत्व करने के लिए पटना के नगर पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी को भी मुंबई भेजा गया लेकिन उन्हें वहां जबरन क्वारंटाइन कर दिया गया। जांच में मुंबई पुलिस से यथोचित सहयोग नहीं मिलने के बाद बिहार सरकार ने 04 अगस्त को सुशांत मौत मामले की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा की, जिसे केंद्र सरकार ने स्वीकार कर लिया है।