पुणे। बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले में उन्हें नशीली दवा दिये जाने का मामला और पुख्ता होने की संभावना है क्योंकि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने नशीली दवा के दोनों आरोपी तस्करों से पूछताछ की है जिसके बाद कुछ और बड़े नामों के सामने आने की उम्मीद है।
इस मामले के सबसे बड़े आरोपी को हालांकि अब तक नहीं पकड़ा जा सका है। मंगलवार को गिरफ्तार किए गए दोनों ड्रग तस्करों में से एक की पहचान बासित परिहार तथा दूसरे की जैद के रूप मेें की गयी है। जैद ने माना है कि उसके संबंध सुशांत की महिला मित्र रिया चक्रवर्ती के भाई शैविक से हैं।
यह सब उस दौरान सामने आ रहा है जब केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) सुशांत आत्महत्या मामले के केंद्र में रही रिया, सैमुअल मिरांडा और अन्य से पूछताछ कर रही है। सुशांत के पिता केके सिंह ने गत माह एक वीडियों में आरोप लगाया कि रिया मेरे बेटे को लंबे समय से जहर दे रही थी। वह मेरे बेटे की हत्यारिन है। जांच एजेंसी को रिया तथा उसके सहयोगियों काे अविलंब गिरफ्तार करना चाहिए।
एनसीबी ने दोनों गिरफ्तार ड्रग तस्करों के पास से साढ़े तीन किलो गांजा भी बरामद किया था। सुशांत की मौत के सनसनीखेज मामले की मुख्य आरोपी रिया की संलिप्तता की भी जांच कर रही है। रिया के चैट लीक होने और प्रवर्तन निदेशालय की ओर से सीबीआई को सबूत दिये जाने के बाद रिया पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
इसके अलावा सुशांत की पूर्व मैनेजर श्रुति मोदी, जिसका नाम रिया के साथ ड्रग चैट के कारण सामने आया, के वकील ने खुलाया किया कि मुंबई का सबसे बड़ा ड्रग सप्लायर राजनीति से जुड़ा एक विवादित बिल्डर है।
इससे पहले 31 अगस्त को सीबीआई की टीम ने डीआरडीओ गेस्ट हाउस में रिया और शोविक से फिर से पूछताछ की। जिसमें रिया से उनके ब्रेक अप के पीछे के कारण और आठ जून से 14 जून के बीच सुशांत के स्वास्थ्य की जांच नहीं कराए जाने के मामले में सवाल पूछे गए थे। आज दिन में सीबीआई ने रिया के पिता इंद्रजीत और मां संध्या को पूछताछ के लिए पेश होने का समन जारी किया है।
सीबीआई को अब तक नहीं मिला हत्या का सबूत
सुशांत की मौत की जांच के सिलसिले में सीबीआई अब तक कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है लेकिन अब तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे यह साबित हो सके कि 34 वर्षीय अभिनेता की हत्या की गई थी। सुशांत 14 जून को अपने घर में मृत पाए गए थे और उनके गले पर फांसी के फंदे के निशान थे।
सीबीआई ने बुधवार को अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि उसे अब तक ऐसा कोई सुबूत नहीं मिला है जिससे यह साबित हो सके कि 14 जून को सुशांत की हत्या की गई थी। सीबीआई के तीन अधिकारियों की टीम अब इस मामले की जांच आत्महत्या के लिए उकसाने के दृष्टिकोण से कर रही है।