जयपुर। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि पिछले पांच वर्ष में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वैश्विक परिदृश्य में देश का मान-सम्मान बढ़ा है तथा देश में अभूतपूर्व विकास हुआ है।
स्वराज ने आज यहां विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत महिलाओं के विजय संकल्प संवाद को सम्बोधित करते हुए कहा कि 1969 में ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कन्ट्रीज के सम्मेलन से भारत को पूछा नहीं जाता था, किन्तु जब से मोदी सरकार भारत में है तब से ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कन्ट्रीज के सम्मेलन में भारत मंच पर सम्मानित होता है और पाकिस्तान की कुर्सी खाली रहती है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 में 26/11 मुम्बई हमला में 166 लोग मारे गये थे। उस समय की केन्द्र सरकार पाकिस्तान को विश्व समुदाय में अलग-थलग कर सकती थी। किन्तु दृढ़ इच्छा शक्ति के अभाव में यह नहीं हो पाया। हमारी सरकार ने उरी तथा पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान को मुँहतोड़ जवाब दिया है।
उन्होंने कहा कि मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की मांग वर्ष 2009 से चल रही थी, किन्तु मोदी की कूटनीतिक कुशलता के कारण मसूद अजहर वैश्विक आतंकवादी घोषित हो गया है।
स्वराज ने कहा कि पिछले पांच वर्ष में विश्व में भारत का गौरव बढ़ा है। प्रधानमंत्री मोदी की गिनती विश्व के अग्रणी नेताओं में होने लगी है। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित करवाना भी भारत के लिए बड़ी कामयाबी है। दिसम्बर, 2018 तक हमारी सरकार विदेशों में फंसे दो लाख 26 हजार लोगों को सकुशल भारत लेकर आई है।
उन्होंने कहा कि पांच वर्ष पहले तक भारत की अर्थव्यवस्था को विश्व की पांच चरमराती हुई अर्थव्यवस्थाओं में गिना जाता था। किन्तु अब भारत विश्व की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्ष में विकास के क्षेत्र में अनेक उल्लेखनीय कार्य हुए है।
स्वच्छता का दायरा 40 प्रतिशत से बढ़कर अब 98 प्रतिशत हो गया है। पिछले पाँच वर्ष में 10 करोड़ शौचालय बनाये गये है। पाँच वर्ष पहले तक देश में 12 करोड़ गैस कनैक्शन थे और पिछले पांच वर्ष में 13 करोड़ नये गैस कनैक्शन दिए गए है। पिछले पांच वर्ष में 34 करोड़ नए बैंक खाते खोले गए हैं।
पांच वर्ष पहले तक देश में मोबाईल बनाने की केवल दो फैक्ट्री थी, अब 127 फैक्ट्रियां है। पांच वर्ष पहले देश में केवल 77 पासपोर्ट केन्द्र थे, इन पांच वर्षो में हमने 428 नए पासपोर्ट केन्द्र खोले है। अब देश में कुल 505 पासपोर्ट केन्द्र है। राजस्थान में तीन पासपोर्ट केन्द्र थे, उन्हें बढ़ाकर हमारी सरकार ने 28 कर दिया है।