बाड़मेर। राजस्थान में बाड़मेर जिले में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को गुप्त सूचना भेजने के आरोप में पकड़ा गया मुश्ताक अली (40) कई वर्षों से पाकिस्तान के लिये जासूसी कर रहा था।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस (गुप्तचर) उमेश मिश्रा ने आज बताया कि मुश्ताक अली पिछले कई वर्षों से जासूसी गतिविधियों में सकिय था। इसकी गुप्त जानकारी मिलने पर सेना की खुफिया शाखा ने राजस्थान के एटीएस को इसकी जानकारी दी।
इसके बाद मुश्ताक अली पर गुप्त रूप से निगरानी रखी जा रही थी। पुख्ता सुबूत मिलने के बाद उसे हिरासत में ले लिया गया। पिछले दिनों जयपुर से गये एटीएस के दल ने बाड़मेर में उससे पूछताछ की। इसके बाद अन्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा भी उससे पूछताछ की गई।
उन्होंने बताया कि उसके जासूसी गतिविधियों में लिप्त होने की पुष्टि होने पर संयुक्त पूछताछ के लिए उसे गुरुवार को जयपुर लाया गया। जयपुर में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा गहन पूछताछ में सामने आया कि मुश्ताक अली शातिर तरीके से पाकिस्तानी अधिकारी को गोपनीय सूचनाएं अपने मोबाईल फोन से वाट्सएप, फेसबुक मैसेंजर के जरिए भेजता था।
सीमावर्ती क्षेत्र मे भारतीय सेना की गतिविधियों की सूचना उपलब्ध कराने के लिए पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा मुश्ताक अली को सूचनाओं की एवज में धनराशि उपलब्ध कराई जा रही थी। मिश्रा ने बताया कि आज उसे औपचारिक रूप से धारा 3, 3/9 शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के तहत मामला दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया गया।
उल्लेखनीय है कि मुश्ताक अली के पिता खण्डू खां को नौ अगस्त को बाड़मेर में कोतवाली थाना क्षेत्र में पुलिस ने भारतीय जाली मुद्रा एवं एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार किया था।