जयपुर। स्वर्णिम भारतवर्ष फाउंडेशन की ओर से आगामी 23 से 30 सितंबर 2023 तक स्वदेशी एवं स्वरोजगार मेला 2023 मेला ग्राउंड वीर तेजाजी (वीटी) रोड मानसरोवर जयपुर में आयोजित किया जाएगा।
स्वदेशी मेले के कार्यालय का शुभारंभ बुधवार को सोडाला स्थित राम नगर पर हुआ। कार्यक्रम में मेला संयोजक भीमराज शर्मा, सह संयोजक डॉ. कैलाश मोंढे, रणजीत सिंह के साथ स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत संयोजक देवेन्द्र भारद्वाज सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
स्वदेशी जागरण मंच के महानगर प्रचार प्रमुख रणजीत सिंह ने बताया कि पिछले एक वर्ष से अधिक समय से संपूर्ण देश में स्वावलंबी भारत अभियान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुसांगिक संगठन स्वदेशी जागरण मंच सहित अन्य 20 संगठनों के साथ मिलकर चल रहा है।
स्वदेशी जागरण मंच की प्रेरणा से स्वर्णिम भारतवर्ष फाउंडेशन ग्रामीण क्षेत्र के उत्पाद, हस्त शिल्प के साथ-साथ हर प्रकार के छोटे मझौले और बड़े स्वदेशी उद्योगो के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु प्रयत्नशील है।
पूर्व में गुजरात, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड तथा दिल्ली आदि राज्यों में 180 से अधिक स्वदेशी मेलों का आयोजन किया जा चुका है।
देश के विभिन्न शहरों में आयोजित पिछले मेले स्वदेशी उद्योग, ग्रामीण उत्पाद एवं हस्तशिल्प की एक ब्रांड के रूप में पहचान स्थापित करने तथा विपणन की दृष्टि से काफी सफल रहे हैं। आगामी मार्च माह तक सम्पूर्ण देश में 100 से अधिक स्वदेशी मेलों का अयोजन होगा।
विश्व हिंदू कांग्रेस 24-26 नवंबर 2023 बैंकॉक में
मालवीय नगर के महर्षि नारद सभागार में विश्व हिंदू कांग्रेस द्वारा गुरुवार को एक सेमिनार आयोजित होगा। इस गोष्ठी को विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त सचिव तथा विश्व हिंदू फोरम के संस्थापक स्वामी विज्ञानानंद संबोधित करेंगे।
कार्यक्रम संयोजक चैन सिंह राजपुरोहित ने बताया कि पहली विश्व हिंदू कांग्रेस 2014 में नई दिल्ली में हुई थी, जो एक तरह से इस कार्यक्रम की नींव रूप में पहचानी जाती है। फिर 2018 में शिकागो में संपन्न हुई वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस इस नीव पर भवन बनाने की यात्रा के रूप में प्रसिद्ध है।
वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस, सभी हिंदू नेताओं, कार्यकर्ताओं, विचारकों और प्रभावशाली लोगों को एक साथ आने और एक समान दृष्टिकोण की दिशा में काम करने में सक्षम बनाता है। यह हिंदुओं को जुड़ने, विचार साझा करने और आमजन की भलाई के लिए एक-दूसरे को प्रेरित करने का मंच प्रदान करता है। इस प्रकार WHC हिंदुओं की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और भौतिक उन्नति के लिए एक सुविधा प्रदाता के रूप में भी स्थापित हो रहा है।
यह मंच मुख्य रूप से 8 महत्वपूर्ण क्षेत्रों में काम कर रहा है। अर्थव्यवस्था, शिक्षा, शिक्षाविद, मीडिया, राजनीति, युवा, महिला एवं मंदिर। डब्ल्यूएचसी के माध्यम से उपरोक्त निर्दिष्ट क्षेत्रों के सात समानांतर सम्मेलनों द्वारा हिंदू मूल्यों, रचनात्मकता और प्रतिभाओं को व्यक्त किया जाता है।
राजपुरोहित ने कहा कि हिंदू समुदाय के पास उसे प्रभावित करने वाले मुद्दों को उठाने और उनका समाधान करने के लिए कोई सुसंगत वैश्विक मंच नहीं है। अब समय आ गया है कि इस विसंगति को तोड़कर हिंदू समाज को 21वीं सदी और उससे आगे ले जाया जाए। ऐसा होने के लिए, हिंदू समाज को भविष्य में आत्मविश्वास से आगे बढ़ने के लिए एक समान उद्देश्य और एक साझा दृष्टिकोण के साथ एक आम मंच पर आना होगा। इस कार्य के लिए विश्व हिंदू कांग्रेस (डब्ल्यूएचसी) एक अनौपचारिक संगठन है