अजमेर। वर्तमान समय में चकाचौंध वाले विज्ञापन आपसी होड तथा विभिन्न बडी विदेशी कम्पनियों के पैसों के परिणाम स्वरूप टीवी चैनलों के माध्यम से दिखाए जा रहे हैं। इससे आमजन भ्रमित होकर इनकी खरीद के चंगुल में फंस जाता है। ये बात स्वदेशी जागरण मंच के महानगर संयोजक डाॅ संत कुमार ने मंगलवार को केसरगंज स्थित डीएवी सीनियर सैकंडरी स्कूल में विद्याथियों को सम्बोधित करते हुए कही।
स्वदेशी जागरण मंच अजयमेरू के तत्वावधान में स्वदेशी पखवाडे के तहत आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि प्रायोजित नाटकों के चलते हम वैश्विक उपभोक्तावाद के चंगुल में फंसते जा रहे हैं। हम भारतीयों की सरल प्रवृति और स्वदेशी संस्कृति तथा सामाजिक ताने बाने को इन सभी माध्यमों से नुकसान पहुंचाया जा रहा है। हमें इस तरह के सांस्कृति प्रदूषण से बचना चाहिए।
विदेशी कम्पनियां भारत के उपभोक्ताओं को वस्तुएं क्रय करने को मजबूर कर रही हैं। इन वस्तुओं की लत लग जाने से अब भारतीय उपभोक्ता महंगे दामों में भी खरीद कर रहा है। इससे भारतीय अर्थव्यवस्था कमजोर हो रही है। भारत में बेराजगारी बढ रही है। वर्तमान समय में स्वदेशी की प्रासंगिता को नकारा नहीं जा सकता। भारत स्वदेशी के अभाव में पुनः अर्थिक गुलामी की ओर अग्रसर होगा।
डाॅ कुमार ने कहा कि भारतवासी अपने त्यौहारों को मनाने के लिए विदेशी सामान का उपयोग कर रहे हैं। हमें आने वाले त्यौहारों में स्वदेशी सामान ही खरीदना है, इस बात का प्रण लें।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वदेशी जागरण मंच के विभाग संयोजक डाॅ अरूण अरोडा थे। इससे पूर्व अतिथियों द्वारा महात्मा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री तथा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर तथा दीप प्रज्जवलन किया गया। प्रधानाचार्य नरेन्द्र कौर ने अतिथियों का स्वागत किया।
स्वदेशी जारगण मंच के जिला संयोजक सुरेश उपाध्याय ने धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच संचालन अध्यापिका प्रसुन शर्मा ने किया। इस अवसर पर रमेश कश्यप, ममता सारस्वत, नीलम वर्मा, शोभा कठैत सहित अध्यापक व छात्र उपस्थित थे।
स्वदेशी वस्तुओं की खरीद कर देश को दे आर्थिक मजबूती
इसी तरह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गुलाबबाडी में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वदेशी जागरण मंच की विभाग संयोजिका पूर्व प्राधानाचार्य बीना रानी ने कहा कि यदि हम स्वदेशी भाव के साथ स्वदेशी वस्तुए अपनाते हैं, अपनी सभी आवश्यकताओं के लिए स्वदेशी वस्तुए ही खरीद कर राष्ट्रनिष्ठा का परिचय देवें तो एक साल में ही दृष्य बदल जाएगा।
उन्होंने कहा कहा कि आज देश में जूते की चेरी पाॅलिश, कोलगेट के टूथपेस्ट, विदेशी कारों आदि के स्थान पर उपलब्ध स्वदेशी उत्पाद खरीदें तो भारत अल्पकाल में विश्व के औ़द्योगिक देशों की अग्रपंक्ति में स्थापित हो जाएगा।
इससे पूर्व विद्यालय की प्रधानाचार्य सुनीता नानकानी ने अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। कार्यक्रम का प्रारंभ सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
मंच का संचालन अध्यापिका शशि ने किया। अध्यापिका प्रियंका ने अतिथियों का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर विद्याथियों को स्वदेशी वस्तुओं को जीवन में अपनाने की शपथ भी दिलाई गई।