शाहजहांपुर। अपने ही कॉलेज की छात्रा के रेप के आरोपों से घिरे पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री चिन्मयानंद गुरुवार को मेडिकल काॅलेज से सीधे दिव्य धाम पहुंच गए।
डॉक्टरों की टीम ने लखनऊ किंगजार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय रेफर करने की तैयारी कर ली थी, लेकिन उन्होंने वहां जाने से इंकार कर दिया। उन्होंने अपना इलाज आयुर्वेद पद्धति से कराने की बात कही है।
जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एमपी गंगवार ने बताया कि चिन्मयानंद के दिल में दिक्कत थी। एंजियोग्राफी कराई गई थी, जिससे उनके हार्ट में ब्लड सप्लाई ठीक से न हो पाने की समस्या बताई जा रही है। उनके बेहतर इलाज और जांच लखनऊ के केजीएमसी रेफर करने की सलाह दी थी। उन्होंने लिखकर दिया कि वह आयुर्वेद दवा से अपना इलाज कराएंगे।
गौरतलब है कि पीड़िता के 164 के बयान के बाद स्वामी चिन्मयानंद का स्वास्थ्य सोमवार को अचानक बिगड़ गया था। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने उनके दिव्य धाम पहुंचकर उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया था। बुधवार को उनका स्वास्थ्य ज्यादा बिगड़ने के कारण उन्हें राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टरों की टीम उनका स्वास्थ्य उपचार कर रही थी।
पीड़ित छात्रा ने स्वामी चिन्मयानंद पर योन शोषण के गंभीर आरोप लगाए थे। छात्रा का आरोप है कि गिरफ्तारी के डर से स्वामी बीमारी का बहाना रहे हैं। छात्रा ने धमकी दी कि अगर उनके खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार नहीं किया तो वह आत्मदाह कर लेगी।
छात्रा मामले की जांच कर रही एसआईटी और जिलाधिकारी पर पहले ही गंभीर आरोप लगा चुकी है। छात्रा का आरोप है जांच टीम आरोपी को बचाने में लगी है और जिस कमरे में उसका शौषण किया गया था वहां से सबूत भी हटा दिए गए हैं।