अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद स्थित स्वामी नित्यानंद आश्रम और इसकी ओर से गुरूकुल मॉडल पर संचालित एक आवासीय विद्यालय में ब्च्चाें से कथित दुर्व्यवहार को लेकर पिछले लगभग एक पखवाड़े से जारी हाई वोल्टेज ड्रामा के बीच आश्रम से जुड़ी दो युवतियों के पिता ने सोमवार को उन्हें सबके सामने लाने की मांग करते हुए गुजरात हाई कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की।
दरअसल, मूलरूप से दक्षिण भारतीय स्वामी नित्यानंद के यहां हाथीजन इलाके में स्थित आश्रम पर इसके ही एक पूर्व अनुयायी की दो युवा बेटियों को कथित तौर पर जबरन अपने पास रखने और स्कूल में कई बच्चों को इसी तरह कथित तौर पर जबरन रखने के आरोप के बाद से यहां बाल अधिकार आयोग और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
यहां प्रतिष्ठित दिल्ली पब्लिक स्कूल की ओर से लीज पर दी गई जमीन पर बने योगिनी सर्वज्ञपीठम आश्रम के गुरूकुल स्कूल से जुड़े विवाद की शुरूआत गत एक नवंबर से हुई जब तमिलनाडु निवासी आश्रम के पूर्व अनुयायी जनार्दन शर्मा ने आरोप लगाया कि उसकी तीन बेटियों समेत चार संतानों को आश्रम ने जबरन रख लिया है और उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा।
जांच के दौरान पता चला कि उनकी सबसे बड़ी बेटी जो बालिग है आश्रम के काम से विदेश में रहती हैं। दूसरी बेटी नित्यानंदिता (19) भी स्वेच्छा से आश्रम के साथ हैं और अपने माता पिता के साथ नहीं रहना चाहती। उनकी 14 साल की तीसरी बेटी और 12 साल के बेटे जो गुरूकुल स्कूल में थे, को शर्मा को सौंप दिया गया। दोनों ने माता पिता के साथ रहने की हामी भरी थी।
शर्मा ने आज हाई कोर्ट में याचिका दायर करने के बाद पत्रकारों से कहा कि वह अपनी ही बेटियों से नहीं मिल पा रहे हैं। वह पुलिस के पास गए थे पर अपनी बेटियों से मिल नहीं पाए। बताया जा रहा है कि बड़ी बेटी विदेश में है जबकि उससे छोटी कहां है यह किसी को पता नहीं है। ऐसे में उनके पास अदालत में आने के अलावा और कोई चारा नहीं है।
उधर, दोनों बेटियों ने आज भी वीडियो कॉल के जरिये दिए अपने संदेश में अपने ही माता पिता पर गंभीर आरोप लगा दिए। बड़ी बेटी लोपामुद्रा ने कहा कि उसके पिता ने बड़े पैमाने पर आश्रम के पैसे का गबन किया है। छोटी बेटी नित्यानंदिता ने अपनी ही मां के अवैध संबंधों की बात कही।
पुलिस ने कल स्कूल में रहने वाली 21 बच्चियों समेत कुल 37 बच्चों से बाचतीत की थी और दावा किया था कि सभी स्वेच्छा से और माता-पिता के अधिकार पत्र को लेकर वहां रहते हैं। आश्रम ने उनके साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया है। नित्यानंदिता से भी दोहराया कि वह अपने माता पिता के साथ नहीं जाना चाहती।
चूंकि वह बालिग है इसलिए उसे इसके लिए बाध्य भी नहीं किया जा सकता। वह बाहर है और जल्द ही रूबरू आकर पुलिस से मिलेगी। उसे यह भी डर है कि उसके माता पिता ही उसका अपहरण कर सकते हैं। पुलिस को अब तक कुछ भी गलत नहीं मिला है पर जांच अब भी जारी है।
इस बीच शर्मा ने आज एक बार फिर आरोप लगाया कि आश्रम उन्हें धमका रहा है और बच्चियों से उन्हें नहीं मिलने दे रहा। उन्होंने कहा कि अगर सबकुछ ठीक है तो बच्चियों को उनसे मिलने क्यों नहीं दिया जा रहा। उन्होंने स्वयं ही अपने बच्चों को आश्रम से जोड़ा था पर अब इस बर्ताव से हतप्रभ हैं। आश्रम वाले उन्हें दुष्कर्म और वित्तीय अनियमिता के मामले में फंसाने की धमकी भी दे रहे हैं।
उधर, डीपीएस स्कूल के प्रधानाध्यापक ने पत्रकारों से कहा कि उनके स्कूल का गुरूकुल स्कूल से कोई जुड़ाव नहीं है। योग जैसे अच्छे कार्यों से गुरूकुल के जुड़ाव के कारण ही उसे लीज पर जमीन दी गई है।