अजमेर। अजमेर के सिंधी समाज के प्रेमप्रकाश आश्रम परिसर में आज से पांच दिवसीय सद्गुरू स्वामी टेऊराम महाराज का 133वां जन्मोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रेमप्रकाश ग्रंथ के पाठ से हुई। तत्पश्चात अजमेर, किशनगढ़, जयपुर, चित्तौड़ सहित विभिन्न स्थानों से आए 91 बच्चों का यज्ञोपवीत संस्कार विधि विधान के साथ संपन्न कराया गया।
महंत स्वामी ब्रह्मानंद शास्त्री के सानिध्य में पंडित कृष्ण कुमार व्यास ने पूरे विधि विधान के साथ यज्ञोपवीत संस्कार संपन्न कराया। महंत स्वामी ब्रह्मानंद शास्त्री ने यज्ञोपवीत संस्कार का महत्व समझाते हुए कहा कि यह प्रत्येक हिंदू के लिए आवश्यक है और सनातन धर्म के 16 संस्कारों में से एक प्रमुख संस्कार है। इसके बाद ही ग्रहस्थ आश्रम में प्रवेश किया जा सकता है।
उन्होंने वर्तमान युग में संस्कारों की कमी पर चिंता जताते हुए कहा कि संस्कारों से ही व्यक्ति के व्यक्तित्व का निर्माण होता है। संस्कार के अभाव में मानव जाति लक्ष्य से भटक रही है। इसलिए आवश्यक है कि सभी संस्कारित चरित्र निर्माण पर विशेष ध्यान दें।
कार्यक्रम में देश विदेश से आए सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। समारोह के दूसरे दिन कर ग्यारह कुंडीय विश्व कल्याणार्थ विष्णु महायज्ञ आयोजित किया जाएगा। साथ ही सायं भव्य शोभायात्रा का आयोजन होगा जिसमें सूरत से आई प्रताप राय की भजन मंडली कीर्तन व छेज प्रस्तुत करेंगे।