लखनऊ। कर्मठ छवि और साफ सुथरी कार्यशैली की बदौलत भारतीय जनता पार्टी में एक के बाद एक महत्वपूर्ण दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन करने वाले पार्टी के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को शुक्रवार को एक बार फिर निर्विरोध रूप से अध्यक्ष पद के लिए चुन लिया गया।
पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, राष्ट्रीय महासचिव और केंद्रीय पर्यवेक्षक भूपेंद्र यादव समेत वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में सिंह को भाजपा का 19वां प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित किया गया।
केंद्रीय पर्यवेक्षक भूपेंद्र यादव ने सिंह को प्रमाण पत्र दिया। इससे पहले राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों के मनोनयन का प्रस्ताव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रखा जिसका समर्थन उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और देवरिया के सांसद रमापति राम त्रिपाठी ने किया।
दरअसल, अध्यक्ष पद के लिए सिंह को छोड़कर किसी प्रत्याशी ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया था। इसलिए उनका निर्विरोध चुना जाना तय था। वह अभी तक तदर्थ अध्यक्ष के रूप में ही काम कर रहे हैं। उन्हें पिछले साल 16 जुलाई को डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय केे स्थान पर प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। डा पांडेय के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद प्रदेश अध्यक्ष का पद रिक्त हुआ था।
प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद सिंह ने भाजपा प्रदेश परिषद की पहली बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ता तिरंगे की शान के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहते हैं। भाजपा का इतिहास गौरवशाली है। यह वंशवाद की नहीं बल्कि देवतुल्य कार्यकर्त्ताओं की पार्टी है। जहां वंशवाद होता है, वहीं जातिवाद होता है और जहां जातिवाद होता है वहीं क्षेत्रवाद होता है। उन्होने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी आरएसएस को आतंकवादी हिंदूवादी संगठन कहती हैं जबकि संघ एक पवित्र संगठन है जिससे संत महात्मा निकलते हैं।
सिंह का राजनीतिक सफर परोक्ष रूप से वर्ष 1986 में शुरू हुआ था जब वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में शामिल हुए हालांकि कुछ ही वर्षो में उन्होने भाजपा की सदस्यता हासिल कर ली। अपनी कर्मठता और कार्यकुशलता के जरिये उन्होने जल्द ही पार्टी में अहम मुकाम हासिल कर लिया।
वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैलियो को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। इससे पहले वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और भारतीय जनता युवा मोर्चा में भी काम कर चुके हैं।
सिंह को पिछले लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश का प्रभारी नियुक्त किया गया था। इस दायित्व को भी उन्होंने बखूबी निभाया जिसकी बदौलत भाजपा ने 29 में से 28 सीटों पर जीत हासिल की थी।