स्टॉकहोम। स्वीडन के किंग कार्ल 16वें गुस्ताफ ने अपने पांच पोतों को राज महल से निकाल दिया है। गुस्ताफ के इस फैसले के बाद राज महल से निकाले गए उनके पोते अब राज घराने की उपाधि के अधिकारी नहीं होंगे तथा वे आधिकारिक तौर पर राज घराने की ड्यूटी नहीं निभाएंगे।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार किंग के इस फैसले का असर उनके उन दोनों पोते पर नहीं पड़ेगा, जो सीधे तौर पर राजगद्दी की कतार में हैं। स्वीडन की राज अदालत ने एक बयान प्रकाशित कर घोषणा की है कि प्रिंस कार्ल फिलिप के दो बच्चों और राज्य कुमारी मडेलेइन के तीन बच्चों को राज महल से निकाल दिया गया है।
जिन बच्चों को राज महल से बेदखल किया गया है, उनकी आयु एक से पांच वर्ष के बीच है और इसका सीधा मतलब है कि अब वे कर दाताओं द्वारा दी गई राशि में से वार्षिक अंशदान पाने के हकदार नहीं होंगे, जो राजमहल के सदस्यों को दी जाती है।
राज महल के विशेषज्ञ रोजर लुंडग्रेन ने कहा कि इस फैसले के बाद राज महल की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। उन्होंने कहा कि संसद ने कुछ वर्ष पहले घोषणा की थी कि राजशाही के संबंध में कुछ सिद्धांतों की समीक्षा की जाएगी। उनमें से राज्य परिवार के सदस्यों का दायरा भी था। उन्होंने कहा कि किंग ने इस मुद्दे से निपटने के लिए खुद ही कार्रवाई की है।