( 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी ने विदेशों से कालाधन वापस लाने का मुद्दा खूब जोर शोर से उठाया था ) मोदी सरकार की शानदार कूटनीति की बदौलत ही आज भारत को एक और बड़ी कामयाबी मिली । विदेशों से काला धन लाने का सपना अब जल्द ही पूरा हो सकता है । अगले साल तक देश की कई बड़ी–बड़ी हस्ती बेनकाब होंगी । सोमवार को स्विट्जरलैंड सरकार ने भारत सरकार को बैंक खातों से जुड़ी पहली जानकारी सौंप दी है ।
सरकार की ओर से स्विस बैंक में खुले भारतीय खातों की जानकारी सरकार को सौंपी है । विदेशी धरती से काले धन की जानकारी मिलने के मामले में मोदी सरकार को बड़ी कामयाबी मिली है । स्विट्जरलैंड के टैक्स विभाग के अनुसार, इसके बाद भारत सरकार को अगली जानकारी 2020 में सौंपी जाएगी । विदेश में जमा काला धन वापस हिंदुस्तान लाना मोदी सरकार के लिए बड़ा मुद्दा रहा है ।
2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी ने विदेशों से काला धन लाने का मुद्दा चुनाव प्रचार के दौरान खूब जोर-शोर से उठाया था, और प्रत्येक भारतीयों को 15 लाख देने की घोषणा भी कर डाली थी, हालांकि बाद में नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने इसको एक चुनावी जुमला कहकर नकार दिया था । भारत और स्विट्जरलैंड के बीच बैंकिंग सूचनाओं के स्वतः आदान-प्रदान के समझौते के प्रभावी होने के बाद ही ये साफ हो गया था कि भारतीयों के स्विस बैंक खातों पर से पर्दा जल्द उठेगा ।
इसके तहत सोमवार को स्विस बैंक ने भारतीयों के खातों की जानकारी भारत सरकार के साथ साझा की है । जिससे भारत में काले धन के कुबेराें में हड़कंप मचा हुआ है । आपको बताना चाहेंगे कि भारत उन देशों में शामिल हैं जिनके साथ स्विस बैंक ने ये जानकारी साझा की है । स्विट्जरलैंड सरकार के मुताबिक अगली जानकारी सितंबर 2020 तक भारत सरकार को देगी ।
शंभूनाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार