नयी दिल्ली । स्विटरलैंड के 125 साल पुराने एफसी बासेल फुटबॉल क्लब ने भारत की आई लीग फुटबॉल चैंपियनशिप की शीर्ष टीम चेन्नई सिटी एफसी में हिस्सेदारी खरीदी है।
चेन्नई सिटी क्लब के सह-मालिकों रोहित रमेश और आर कृष्णकुमार ने एफसी बासेल के अध्यक्ष बर्नहार्ड बर्गेनर और सीईओ रॉलैंड हैरी के साथ बुधवार को यहां एक संवादाता सम्मेलन में यह घोषणा की। चेन्नई सिटी इस समय 12वीं हीरो आई लीग फुटबॉल चैंपियनशिप में शीर्ष पर चल रही है। इस अवसर पर अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के महासचिव कुशल दास भी मौजूद थे।
टेनिस लीजेंड रोजर फेडरर के देश स्विटजरलैंड के एफसी बासेल क्लब ने चेन्नई सिटी में 26 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है और भारतीय फुटबॉल इतिहास में यह पहली बार है जब किसी भारतीय क्लब में विदेशी निवेश हुआ है। हालांकि हाल ही में पंजाब के मिनर्वा पंजाब एफसी क्लब ने जर्मन क्लब के साथ करार किया था।
रोहित और कृष्णकुमार ने इस अवसर पर कहा, “भारतीय फुटबॉल के लिए यह एक बड़ा अवसर है कि स्विटजरलैंड के 125 साल पुराने क्लब ने भारतीय क्लब में निवेश किया है। बासेल क्लब के साथ जानकारी और अनुभव के आदान-प्रदान से निश्चित रुप से हमें फायदा होगा। इस करार से हम अपनी ढांचागत सुविधाओं को और मजबूत करेंगे।”
बर्नहार्ड ने कहा, “भारत फुटबॉल की एक सोयी हुई ताकत है, लेकिन उसमें अपार संभावनाएं हैं। भारतीय कप्तान सुनील छेत्री अंतराष्ट्रीय स्तर पर सर्वाधिक गोल करने में क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बाद दूसरे नंबर पर और करिश्माई लियोनल मैसी से आगे हैं। हमें उम्मीद है कि भारत 2026 के विश्व कप में खेल सकता है।”
इस अवसर पर एआईएफएफ के महासचिव कुशल दास ने कहा, “भारतीय फुटबॉल के लिए यह एक बड़ा क्षण है। इस करार से ना केवल चेन्नई सिटी को बल्कि भारतीय फुटबॉल को भी फायदा होगा। मुझे यकीन है कि भारतीय फुटबॉल इस समय सही दिशा में आगे बढ़ रहा है।”
इस करार के बाद चेन्नई सिटी के आईएसएल में खेलने की संभावनाओं के बारे में पूछने पर रोहित ने कहा,“हमारा आईएसएल में खेलने का कोई इरादा नही है। हमारा ध्यान सिर्फ आईलीग पर है। हम तमिलनाडु में खिलाड़ियों को तैयार करना चाहता है और हमारा ध्यान खिलाड़ियों के लिए अच्छा आधारभूत ढांचा तैयार करने पर है।”