सिडनी। भारत ने बारिश के कारण इंग्लैंड के खिलाफ गुरुवार को सेमीफाइनल मैच रद्द हो जाने से पहली बार आईसीसी महिला टी-20 विश्वकप क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश कर लिया।
भारत और इंग्लैंड के बीच यहां सेमीफाइनल मुकाबले में पहले से बारिश की आशंका व्यक्त की गयी थी और यह तय था कि यदि मैच धुल जाता है तो भारतीय टीम अपने बेहतर ग्रुप रिकॉर्ड के कारण फाइनल में पहुंच जाएगी। अंत में यही हुआ। सेमीफाइनल बारिश के कारण रद्द कर देना पड़ा और भारतीय टीम खिताबी मुकाबले में पहुंच गई।
बादलों और बारिश ने सुबह से ही इंग्लैंड के खेमे को निराशा में डाल रखा था जबकि भारतीय खेमे में ख़ुशी के बादल मंडरा रहे थे। हालांकि फॉर्म में चल रही भारतीय टीम मुकाबले को जीतकर फाइनल में पहुंचना पसंद करती लेकिन टीम इस बात को लेकर राहत में थी कि बेहतर ग्रुप रिकॉर्ड उसके पक्ष में था।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने सेमीफाइनल के लिए कोई रिजर्व डे नहीं रखा था और मैच रद्द होने से भारतीय टीम खिताबी मुकाबले में पहुंच गई जबकि इंग्लैंड को बाहर हो जाना पड़ा। आईसीसी नियम के अनुसार यदि बारिश के कारण सेमीफाइनल मैच रद्द किया जाता है तो ग्रुप चरण में बेहतर रिकॉर्ड रखने वाली टीम फाइनल में पहुंच जाएगी। भारत ने अपने ग्रुप ए में अपने चारों मैच जीते थे जबकि इंग्लैंड ने ग्रुप बी में चार में से तीन मैच जीते थे।
भारतीय टीम 2018 टी-20 विश्कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी लेकिन इस बार बारिश ने इंग्लैंड को कोई मौका नहीं दिया। भारत का फाइनल में दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरे सेमीफाइनल की विजेता टीम से खिताबी मुकाबला होगा। भारत ने ग्रुप चरण में गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 17 रन से, बंगलादेश को 18 रन से, न्यूजीलैंड को तीन रन से और श्रीलंका को सात विकेट से हराया था।
इंग्लैंड ने भारत को 2017 के आईसीसी एकदिवसीय विश्व कप के फाइनल में और 2018 में टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में हराया था लेकिन इस बार उसके अरमानों को बारिश ने धो डाला। भारतीय टीम अब रविवार को मेलबोर्न में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन फाइनल में विश्व चैंपियन बनने के इरादे से उतरेगी।
यदि ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका का आज ही होने वाला सेमीफाइनल भी रद्द हो जाता है तो ग्रुप चरण में बेहतर रिकॉर्ड के कारण दक्षिण अफ्रीका की टीम फाइनल में पहुंच जाएगी और उसका भारत के साथ मुकाबला होगा।
सिडनी में मंगलवार को पाकिस्तान और थाईलैंड तथा वेस्ट इंडीज और दक्षिण अफ्रीका के आखिरी ग्रुप मैच बारिश से प्रभावित रहे थे और इनमें कोई परिणाम नहीं निकला था। पाकिस्तान और थाईलैंड मैच में सिर्फ थाईलैंड की पारी पूरी हुई थी जबकि वेस्ट इंडीज और दक्षिण अफ्रीका के मैच में टॉस भी नहीं हो पाया था और मैच बिना कोई गेंद फेंके रद्द हो गया था। उसी समय यह आशंका उत्पन्न हो गई थी कि सेमीफाइनल का भी यही हाल होगा। आईसीसी को सेमीफाइनल के लिए कोई रिज़र्व डे नहीं रखने के कारण कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ेगा।
सुबह से हो रही भारी बारिश के कारण इंग्लैंड का खेमा लगातार निराशा में डूबता जा रहा था। उसकी खिलाड़ियों की नजरें आसमान पर जमी हुई थीं कि मौसम साफ़ हो और मैच की कुछ संभावना बन सके। लेकिन समय गुजरने के साथ उसकी खिलाड़ियों के चेहरे लटकते चले गए और मैच रद्द होने की घोषणा होते ही इंग्लिश खिलाड़ियों ने हताशा में अपना सिर थाम लिया।
दूसरी तरफ भारतीय खिलाड़ियों के लिए यह ख़ुशी का मौका था। उनकी ग्रुप चरण की मेहनत रंग लायी। अपने पहले ही मैच में चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराना आसान काम नहीं था लेकिन भारतीय टीम ने यह कारनामा किया और लगातार शानदार प्रदर्शन करते हुए ग्रुप चरण में शत-प्रतिशत रिकॉर्ड बरकरार रखा।
बारिश थम नहीं रही थी और टॉस के काट ऑफ समय से 20 मिनट पहले भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर और इंग्लैंड की कप्तान हीथर नाईट ने हाथ मिला लिया।
सेमीफाइनल के लिए रिज़र्व डे न होने पर आईसीसी के प्रवक्ता ने कहा कि टी-20 विश्व कप ( पुरुष और महिला) छोटा प्रारूप है इसलिए सेमीफाइनल में रिज़र्व डे नहीं रखा गया क्योंकि इससे टूर्नामेंट लम्बा हो जाता। रिज़र्व डे केवल फाइनल के लिए रखा गए। खेल की शर्तों के बारे में सब टीमों को पता था और सभी टीमों ने शर्तों पर टूर्नामेंट शुरू होने से पहले हस्ताक्षर किए थे।