नई दिल्ली। उत्तर पूर्वी दिल्ली में दंगे भड़काने और खुफिया अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या जैसे आरोपों से घिरे आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता ताहिर हुसैन को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की टीम ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया।
ताहिर ने यहां की राउज एवेन्यू अदालत में आत्मसमर्पण की याचिका दायर की थी लेकिन अतिरिक्त मुख्य सत्र न्यायाधीश विशाल पाहुजा ने याचिका पर सुनवाई से इंकार करते हुए इसे खारिज कर दिया था।
राजधानी में पिछले सप्ताह की शुरुआत में हुई हिंसा के दौरान अंकित की निर्मम हत्या कर दी गयी थी और उनके परिजनों ने ताहिर को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था। अपराध शाखा ने आज ताहिर को गिरफ्तार किया और पूछताछ के लिए अपने दफ्तर ले गयी।
गौरतलब है कि हिंसा के बाद से ताहिर फरार था और उसकी तलाश में जुटी विशेष जांच दल (एसआईटी) ने दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 10 से अधिक स्थानों पर छापे मारे। शुरुआती जांच में यह भी सामने आया था कि ताहिर ने 24 फरवरी को हिंसा वाले दिन करीब 150 कॉल किए थे। जांच टीम यह पता लगाने में जुटी है कि ये कॉल उसने किन लोगों को की थी।
ताहिर बार-बार कहता रहा है कि इस हत्या से उसका कोई लेना देना नहीं है और उसे राजनीतिक रूप से फंसाया जा रहा है। उसने बताया कि हिंसा के दौरान वह खुद अपने घर में फंसा हुआ था और इस संबंध में पुलिस से बचाव की गुहार भी लगाई थी।
नागरिकता संशोधन कानून के समर्थक और विरोधी समूहों के बीच 23 फरवरी से उत्तर-पूर्वी दिल्ली में शुरू हुई झड़प ने सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया था और तीन दिन तक हिंसा होती रही। इसमें 48 लोग मारे गये थे जिनमें हेड कांस्टेबल रतन लाल भी शामिल थे। उन्मादी भीड़ ने घरों, दुकानों, वाहनों और एक पेट्रोल पंप को आग लगा दी थी। दंगा प्रभावित इलाकों में जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, यमुना विहार, भजनपुरा, चांद बाग और शिव विहार शामिल हैं।
इससे पहले मंगलवार को पुलिस की अपराध शाखा ने दंगों के दौरान पुलिसकर्मी पर गोली चलाने वाले मोहम्मद शाहरुख को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया। दिल्ली दंगों के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें शाहरुख पुलिसकर्मी दीपक दहिया पर पिस्तौल ताने हुए दिखाई दे रहा है जबकि पुलिसकर्मी डंडे से उसका सामना कर रहा है। इसके अलावा वह हवा में भी गोलियां चलाता नजर आ रहा है। यह वीडियो 24 फरवरी को उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा का था। जगतपुरी से कांग्रेस की पूर्व पार्षद इशरत जहां को भी दिल्ली में दंगा भड़काने के मामले में गिरफ्तार किया गया है।