ताइपे। ताइवान के एक पूंजीपति ने चीन का मुकाबला करने के मकसद से नागरिक सेना के गठन के लिए एक अरब ताइवान डालर यानी 32 मिलियन अमरीकी डालर दान करने का ऐलान किया है।
ब्रिटिश ब्राडकास्टिंग कारपोरेशन (बीबीसी) की एक रिपोर्ट के अनुसार ताइपे के एक सेवानिवृत्त अरबपति रॉबर्ट त्साओ ने घोषणा की है कि वह अपने देश के नागरिकों और महिलाओं को चीन के खिलाफ लड़ने में मदद करना चाहते हैं। उनका उद्देश्य अगले तीन साल में तीस लाख लोगों की प्रशिक्षित फौज खड़ी करना है जिसमें कर्मचारी, छात्र, दुकानदार सभी शामिल हों और अपने देश की रक्षा के लिए हथियार उठा सकें। वह तीन लाख शार्पशूटर चाहते हैं।
शर्ट के ऊपर बुलेटप्रूफ बनियान पहने राबर्ट ने ताइवान में अपने नए पहचान पत्र की तस्वीर भी लगाई थी जिसके लिए उन्होंने सिंगापुर का पासपोर्ट छोड़ने के बाद पुन: आवेदन किया था। बीबीसी से उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि मेरे देश के लाेग चीनी सेना से नहीं डरते और अपने देश की रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहेंगे।
चीन में जन्मे मगर ताइवान में पले-बढ़े, राबर्ट ने सेमीकंडक्टर कंपनी यूनाइटेड माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक कॉर्प की स्थापना की है जिसके लिए यह द्वीप अब दुनिया भर में जाना जाता है। उन्होने कहा कि एक व्यवसायी के तौर पर उन्होने चीन के साथ कई सौदे किए हैं। इतिहास के छात्र राबर्ट दशकों से नीतिगत बहसों में एक हाई-प्रोफाइल व्यक्तित्व बने रहे हैं।
राबर्ट ने वर्ष 2007 में जनमत संग्रह के विचार का समर्थन किया था मगर अब वह उन ताइवानियों में शामिल है जो महसूस करते हैं कि उन्हें संभावित आक्रमण के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है। ताइवान की रक्षा रणनीति के लिए अहम सैन्य ड्रोन विकसित करने के लिए जरूरी पैसे देने का वादा भी अरबपति व्यवसायी ने किया है।